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पांच दिन बाद भी खाली हैं पुलिस के हाथ

संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी : शहबाजपुर के चौहरे हत्याकांड में पुलिस ने अब मंजू का गुपचुप में दाह सं

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Mar 2017 07:41 PM (IST)Updated: Mon, 27 Mar 2017 07:41 PM (IST)
पांच दिन बाद भी खाली हैं पुलिस के हाथ

संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी : शहबाजपुर के चौहरे हत्याकांड में पुलिस ने अब मंजू का गुपचुप में दाह संस्कार कर हत्या के सबूत मिटाने वालों को चिन्हित करना शुरू किया है। इस मामले में पुलिस को अभी कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगे हैं। कमोबेश यही कारण है कि पांच दिन बाद भी पुलिस की कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पाई है और लोग पुलिस पर ही सवाल खड़े करने लगे हैं। दूसरी ओर, गांव के हर व्यक्ति की जुबान पर इसी हत्याकांड की चर्चा है, लेकिन कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।

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गांव में पांच दिन पहले राधेश्याम ने अपनी पत्नी मंजू की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी, जबकि तीन बच्चों को हौद में डुबोकर मार दिया था। इस मामले में पुलिस ने अभी तक मृतका की सास मेवा देवी, ससुर रतिराम व पति राधेश्याम सहित परिवार के ही छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी को जेल भेज दिया है। चार दिन पहले हुई इस कार्रवाई के बाद पुलिस किसी अन्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। अहम सवाल यह है कि मंजू के शव को श्मशान तक ले जाने में किन-किन लोगों ने मदद की। हालांकि इस मामले आधा दर्जन लोगों के नाम सामने आए हैं, लेकिन पुलिस अभी उस ट्रैक्टर चालक को भी नहीं पकड़ पाई, जिसके जरिए शव को श्मशान घाट में ले जाया गया था।

बॉक्स..

टाइल फैक्ट्री में साजिश रचने का संदेह

मंजू देवी व तीन मासूम बच्चों की हत्या की साजिश राधेश्याम की टाइल फैक्ट्री में ही रचने की बात सामने आई है, लेकिन पुलिस इस मामले में भी ठोस प्रमाण नहीं जुटा पाई है। सूत्रों के मुताबिक राधेश्याम, उसका पिता रतिराम, मां मेवा देवी, गांव का ही एक ठेकेदार व दो अन्य लोग घटना से कुछ घंटे पहले टाइल फैक्ट्री में साथ बैठे देखे गए थे। इसके बाद राधेश्याम घर पहुंचा और पत्नी व बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। पत्नी-बच्चों की हत्या की सूचना न तो राधेश्याम के पिता रतिराम और न ही गुपचुप किए गए अंतिम संस्कार तक में अहम भूमिका निभाने वाले ठेकेदार ने मंजू के मायके वालों को दी।

वर्जन:

ट्रैक्टर वाले को हिरासत में लिया गया था, लेकिन कोई गलती नहीं मिलने पर उसे छोड़ दिया गया। श्मशान घाट में फसल कटाई करने वाले कुछ लोग भी हो सकते हैं। इसलिए उन्हें दोषी नहीं कहा जा सकता। मंजू के शव को घर से श्मशान घाट तक ले जाने वाले आरोपियों का पता लगाया जा रहा है।

-शफुदीन खान, थाना इंचार्ज नांगल चौधरी।


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