पहली बार कोहरें से लिपटा नजर आया क्षेत्र
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी : सर्द ऋतु में शुक्रवार को पहली बार कोहरा देखने को मिला। कोहरे की गहनता के
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी : सर्द ऋतु में शुक्रवार को पहली बार कोहरा देखने को मिला। कोहरे की गहनता के चलते समूचा क्षेत्र कोहरे में लिपटा नजर आया। सुबह 9 बजे ही सूर्य देव के दर्शन हो पाए। वहीं धुंध के साथ चली हल्की हवा ने मौसम में ठंडक बढ़ा दी। कोहरे की वजह से सुबह-सुबह नेशनल हाईवे पर वाहनों की आवाजाही बहुत कम रही। वहीं धुंध में चलने वाले वाहन भी बहुत धीमी गति के साथ लाईट जलाकर निकलते नजर आए। घने कोहरे के चलते सुबह-सुबह स्कूल-कालेज जाने वाले छात्रों व सरकारी दफतरों में पहुंचने वाले कर्मियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
नांगल चौधरी जैसे शुष्क क्षेत्र में इस मौसम में ठंड का असर बिल्कुल कम रहा। रात को ही हल्की ठंड का अनुभव किया गया। दिन में तापमान अधिक रहने से फसलों पर विपरीत प्रभाव देखने को मिल रहा है। किसानों की मानें तो रबी फसल को ग्रोथ के लिए ¨सचाई के साथ-साथ ठंड जरूरी है। लेकिन अबकी बार मौसम के मुताबिक ठंड नहीं होने से फसल की बढ़त रुक गई है। दिन में तेज धूप होने से फसल मुरझाने लगती है। वहीं ¨सचाई करने के बाद फसल में बहुत जल्द सूख बन रही है।
भूमिगत जलस्तर के अभाव में फसलों को एक बार भी बमुश्किल पानी की पूर्ति हो रही है। शुक्रवार को क्षेत्र में पहली बार कोहरे के दर्शन करने को मिले। कोहरे के साथ ठंड का भी अहसास हुआ। किसान ठंड को रबी फसल के लिए फायदेमंद मान रहे हैं। किसानों के अनुसार इस कोहरे का असर आगामी दिनों में बढ़ी ठंड के रूप में दिखाई दे सकता है। इस समय सर्दी बढ़ने से क्षेत्र में उगाई जाने वाली गेहूं और सरसों की फसल पर सकारात्मक असर नजर आएगा।