दो महीनों से पेयजल को भटक रहे ग्रामीण
संवाद सूत्र, निजामपुर : गांव कारोली में ग्राम पंचायत द्वारा बनाई गई पानी की टंकी में लगे लोहे के
संवाद सूत्र, निजामपुर : गांव कारोली में ग्राम पंचायत द्वारा बनाई गई पानी की टंकी में लगे लोहे के गार्डर पर जंग लगने से टंकी की छत गिर गई। इससे पिछले दो महीनों से ग्रामीणों को पेयजल के लिए भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में बिना छत वाली इस टंकी में लगे पाइपलाइन से ही ग्रामीणों को घंटों इंतजार के बाद लाइन में लगकर पानी भरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
ग्रामीण संतोष, मथरी, छोटी देवी, मीना देवी, रीना, वीना, कुन्ता, कोकिला, कौशल्या, हंसा, सुहनरी, हीरो देवी, संतरा, चावली, चिड़िया, सुमन, माया, कृष्णा, ग्यारसी देवी, धोली, अनीता, पूनम, बिनता आदि ने बताया कि गांव में पंचायत द्वारा मारोली जाने वाली सड़क के पास बनाई गई पीने के पानी की टंकी की दो महीने पहले छत गिर गई थी। इस टंकी से 50 से अधिक परिवार पीने का पानी भरते थे। लेकिन इसकी छत गिर जाने के कारण अब ये परिवार जब भी पेयजल सप्लाई चलती है, तभी नल द्वारा पानी भर सकते हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि अगर बिजली नहीं आती तो ये भी पानी से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में इस नल पर पानी भरने वाली महिलाओं को पानी भरने की जल्दी में पैर फिसलन के कारण चोट लग जाती है। आपसी वाद विवाद के कारण भाईचारे में भी मनमुटाव आ जाता है। पीने के लिए पानी भी समुचित मात्रा में नहीं मिल पाता है, इससे व्यर्थ पानी अधिक बह जाता है।
उन्होने बताया कि वे ग्राम सरपंच को अनेक बार नई टंकी बनाने के लिए कह चुके हैं, उनका एक ही जबाब होता है कि पैसे आते ही पानी की टंकी बनवा देंगे। पर गांव के दूसरे हिस्से में पानी की टंकी बन रही है, उसके लिए बजट कहां से आ गया? इस संबंध में सरपंच राजेश कुमार ने कहा कि गांव में मारोली सड़क मार्ग पर बनी टंकी का प्रस्ताव पास कर रखा है। जैसे ही बजट आएगा, नई टंकी बनवा देंगे।