हर कोई शहीद के लिए बहा रहा था आंसू
संवाद सहयोगी, पिहोवा(कुरुक्षेत्र) : जैसे ही सुबह करीब साढ़े सात बजे पिहोवा में शहीद सुशील
संवाद सहयोगी, पिहोवा(कुरुक्षेत्र) : जैसे ही सुबह करीब साढ़े सात बजे पिहोवा में शहीद सुशील कुमार का पार्थिव शरीर मुख्य चौक पर पहुंचा तो लोगों का हुजूम उनके अंतिम दर्शन करने के लिए टूट पड़ा, बीएसएफ के जवान पार्थिव शरीर को लेकर शहर से गुजरते हुए शहीद सुशील कुमार के निवास पर पहुंचे। वहीं जैसे ही सुशील का शव उसके घर पहुंचा तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। हर कोई परिवार के साथ आंसू बहा रहा था।
देश के लाल को देखने के लिए हर शहरवासी भी अपनी नम आंखें लिए शहीद के घर पहुंच गया। जैसे ही पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो शहीद सुशील कुमार की माता सोमादेवी, पत्नी सुनीता रानी, भाई संजय, बहन मीनू, बेटा मोहित व बेटी महक सहित पूरा परिवार फूट-फूट कर रोने लगा। बेटे के पार्थिव शरीर को देखकर मां का कलेजा फटने को हो गया। वहीं पत्नी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। ऐसे गमगीन माहौल में पार्थिव शरीर के साथ पहुंचे हर व्यक्ति की आंखें नम थी। परिजनों के अंतिम दर्शन के बाद पार्थिव शरीर को संस्कार के लिए श्मशान घाट ले जाया गया।
आपको बता दें कि फ ौजी प्लाट स्थित, फैंसी कालोनी के रहने वाले सुशील कुमार रविवार देर रात्रि को जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में शहीद हो गए।
पाकिस्तान का झंडा जलाया और नारेबाजी की
शहीद सुशील कुमार के अंतिम संस्कार बाद मौजूद लोगों ने श्मशान घाट से बाहर आकर पाकिस्तानी झंडे को जलाया और पाकिस्तान मुर्दाबाद, हिन्दुस्तान ¨जदाबाद और शहीद सुशील कुमार अमर रहे के नारे लगाए। वहीं शहीद सुशील कुमार के स मान में बार एसोसिएशन पिहोवा ने वर्क सस्पेंड रखा। बार एसोसिएशन की मी¨टग में दो मिनट का मौन रखकर शहीद को श्रद्धांजलि दी गई। सभी सदस्यों ने शहीद के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट की। उन्होंने कहा कि धन्य है वह मां जिसने ऐसे सपूत को जन्म दिया , जिन्होंने देश की सीमा की रक्षा करते हुए अपनी जान न्योछावर कर दी। शहीद की शहादत पर हमें गर्व है जिसे हमेशा याद रखा जाएगा।
इस मौके पर शिव दर्शन मुरार, अशोक ठकराल, जेबी शर्मा, डीपी दस्तूर, मोहित शर्मा, राजेश हरित, गुरिन्द्रजीत ¨सह नत, जगदीश धवन, संजीव कुश सहित अनेकों वकीलों ने श्रद्धांजलि अíपत की।