सीएम घोषणाओं में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी होंगे निलंबित :सुधा
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं में लापरव
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं में लापरवाही बरतने और बिना वजह समय पर पूरा न करने वाले अधिकारियों का सरकार की तरफ से सस्पेंड किया जा सकता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं कुरुक्षेत्र के विकास कार्यों और मुख्यमंत्री घोषणाओं की प्रगति रिपोर्ट भी कुरुक्षेत्र में आकर ही स्वयं समीक्षा भी करेंगे।
विधायक सोमवार को पंचायत भवन के सभागार में मुख्यमंत्री की घोषणाओं व शहर में चल रही परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट को लेकर अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले विधायक सुभाष सुधा ने पशुपालन विभाग से पशु चिकित्सा पशुधन विकास डिप्लोमा कालेज, सरकारी कालेज खोलने के बजाए निजी पंजीकृत समितियों व संस्थाओं से आवेदन आमंत्रित करने, गांव पलवल में 10 एकड़ भूमि पर प्रस्तावित कालेज खोलने, गांव भिवानी खेड़ा में जिला पशु चिकित्सालय अस्पताल व अन्य विकास कार्यों की रिपोर्ट के बारे में फीडबैक ली। इसके अलावा पंचायत विभाग से डेरा बाजीगर में सड़क नवनिर्माण, शिक्षा विभाग से स्कूलों को अपग्रेड करने, पर्यटन विभाग से ज्योतिनगर में चार करोड़ की लागत से बनने वाले सूरजकुंड तीर्थ, श्री कृष्णा सर्किट, सिचांई विभाग से ब्रह्मसरोवर तक निरंतर जल प्रवाह व बिजली विभाग से शहर व गांवों में चल रहे कार्यों की रिपोर्ट हासिल की है।
विधायक सुभाष सुधा ने जनस्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग, ¨सचाई विभाग व अन्य कई विभागों के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती तो सहन नहीं किया जाएगा। कोई भी अधिकारी मुख्यमंत्री की घोषणाओं को सहजता से न ले, बल्कि गंभीरता से काम करना सुनिश्चित करें। विकास कार्यों का धीमी गति से चल रहे काम को लेकर अधिकारियों का फटकार लगाते हुए कहा कि सुबह तक तमाम विकास कार्यों की अपटूडेट रिपोर्ट एसडीएम नरेंद्र पाल मलिक को सौंपना सुनिश्चित करें।
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जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तेजी से करें कार्य
विधायक सुभाष सुधा ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि शहर की सारी सड़कें को सीवरेज व पाइप लाइन डालने के लिए खोद डाला है। जिससे शहरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। भविष्य में जो भी सड़क खोदी जाएं पहले उतना ही कार्य पूरा किया जाए। उसके बाद आगे की खुदाई का कार्य शुरू किया जाए।