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स्कूल खुलवाने के लिए महिलाओं ने किया रोड जाम

संवाद सहयोगी, लाडवा : लाडवा खंड के गांव भालड़ में दोबारा राजकीय प्राथमिक पाठशाला खोलने क

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Apr 2017 11:52 PM (IST)Updated: Tue, 25 Apr 2017 11:52 PM (IST)
स्कूल खुलवाने के लिए महिलाओं ने किया रोड जाम
स्कूल खुलवाने के लिए महिलाओं ने किया रोड जाम

संवाद सहयोगी, लाडवा : लाडवा खंड के गांव भालड़ में दोबारा राजकीय प्राथमिक पाठशाला खोलने की मांग को लेकर मंगलवार को गांव की महिला व पुरुषों ने शाहबाद रोड को लगभग 40 मिनट तक जाम रखा।

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गांव के इस स्कूल को लगभग डेढ़ साल पहले सरकार ने बंद कर दूसरे स्कूल में मर्ज कर दिया था। ग्रामीणों का कहना है कि उनके बच्चों को दूर दूसरे गांव में पढ़ने जाना पड़ता है। जब तक वे घर नहीं आ जाते उन्हें ¨चता बनी रहती है।

मंगलवार को लगभग 11 बजे लाडवा खंड के गांव भालड़ की बड़ी संख्या में महिलाओं ने स्कूल खुलवाने को लेकर लाडवा शाहबाद रोड जाम कर दिया। गांव की महिला संतोष, ममता, रजनी, रीना, सुमन, बोथी, बबली, सुनीता, कमलेश, चितो, पुषपा, रजनी, सरोज, बबली, नीलम, रेनू, सीमो, रीना, बेबी, रजत, रामेश्वर, राहुल, नाथी राम, ¨पकू, सतबीर, संजय, कशमीरी लाल, रामशरण, प्रदीप ने कहा कि सरकार द्वारा डेढ़ साल पहले गांव का राजकीय प्राथमिक पाठशाला स्कूल मर्ज करने के कारण बंद कर दिया था। इस कारण गांव के बच्चों को गांव धनौरा में शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाना पड़ता है जो कि गांव से दूर है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों को दूसरे गांव में पढ़ने के लिए भेजने में भारी दिक्कत होती है। वहीं लाडवा थाना प्रभारी रमेश कुमार अपने दल-बल के साथ जाम स्थल पर पहुंचकर सड़क जाम कर रहे लोगों को समझाकर लगभग 40 मिनट बाद जाम को खुलवाया। लोगों ने लाडवा थाना प्रभारी को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि गांव के स्कूल को दोबारा शुरू नहीं किया गया तो वे फिर से रोड जाम कर देंगें। जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी। वहीं गांव के सरपंच वीरेन्द्र कुमार बताया कि इस मामले में उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी से मिलने का समय मांगा है।

सरकार द्वारा किया गया हैं बंद : बीईओ

जब इस संबध में लाडवा खंड शिक्षा अधिकारी रामेश्वर दास सैनी से बातचीत कि गई तो उन्होंने कहा कि सन 2016 में सरकार द्वारा हरियाणा में जिन स्कूलों में संख्या कम थी उन स्कूलों को मर्ज कर बंद कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि लाडवा ब्लॉक में केवल गांव भालड़ का ही राजकीय प्राथमिक पाठशाला बंद हुई थी। क्योंकि इस स्कूल की संख्या मात्र पहली से पांचवी कक्षा तक 35 बच्चों की थी।


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