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धर्मनगरी में बरसात और प्रशासन के बीच 'महाभारत' शुरू

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्री-मानसून की पहली वर्षा धर्मनगरी में जमकर हुई। बुधवार को दिन

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Jun 2017 11:43 PM (IST)Updated: Wed, 28 Jun 2017 11:43 PM (IST)
धर्मनगरी में बरसात और प्रशासन के बीच 'महाभारत' शुरू
धर्मनगरी में बरसात और प्रशासन के बीच 'महाभारत' शुरू

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्री-मानसून की पहली वर्षा धर्मनगरी में जमकर हुई। बुधवार को दिनभर हुई बारिश से जहां धान की रोपाई कर रहे किसानों के चेहरे खिल गए वहीं जनस्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद की लापरवाही शहरवासियों के लिए आफत साबित हुई।

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शहर में नालों, ड्रेन व सीवर की सफाई न होने से पूरा शहर जलमग्न हो गया। रेलवे रोड पर नाले का निर्माण कार्य चल रहा इस कारण भी पानी निकासी व्यवस्था पूरी तर चरमरा हुई। रेलवे स्टेशन से लेकर छठी पातशाही गुरुद्वारे तक जलभराव होने से दुकानदारों व राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कच्चा घेर में कई जगह से सड़क धंस गई। इस कारण चीनी से भरा ट्रक पलट गया।

जिले में 60 एमएम बारिश होने से जहां गर्मी से राहत मिली वहीं पानी निकासी की सही व्यवस्था नहीं होने से शहर वासियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जलभराव की स्थिति को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर में नालों, सीवर व ड्रेन की सफाई को लेकर न व जनस्वास्थ्य विभाग कितना संजीदा है, जिसका खामियाजा शहरवासी भुगत रहे हैं।

पिपली से लेकर थर्ड गेट तक आठ किलोमीटर के क्षेत्र में जलभराव की स्थिति होने से वाहन रेंग-रेंगकर चले और जाम की स्थिति बनी रही। कई जगह तो जलभराव के कारण वाहन भी फंस गए और यातायात भी बाधित हुआ।

कई कालोनियों के घरों में पानी घुस गया। सरस्वती कालोनी के घरों में पानी घुसने से लोगों ने सड़क पर उतर कर विरोध जताया, वहीं झांसा रोड पर निर्माणाधीन सड़क पर जलभराव होने कार धंस गई। इसके अतिरिक्त शहर में सबसे ज्यादा खराब स्थिति रेलवे रोड सुभाष गली, सरस्वती कालोनी, कुबेर कालोनी, व दुखभंजन कालोनी में रही।

नप ने लगाए 70 सफाई कर्मी नालों की सफाई के लिए

नगर परिषद में 407 सफाई कर्मी हैं। इनमें से 90 नियमित तथा 317 अनुबंध आधार पर हैं। शहर की करीब 1.30 लाख आबादी मानी जा रही है। आंकड़ों के हिसाब से 400 की आबादी पर एक सफाई कर्मी है। मुख्य सफाई निरीक्षक रूप र¨वद्र बिश्नोई ने बताया कि शहर में पानी निकासी को दुरुस्त करने के लिए 70 सफाई कर्मियों को लगाया गया है। सफाई कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं, जहां पर जलभराव ज्यादा हो वहां पर व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।

इन कालोनियों में घुसा पानी

शहरों में दर्जन भर कालोनी ऐसी हैं, जहां पर लोगों को जलभराव की स्थिति से जूझना पड़ा। इनमें चक्रवर्ती मुहल्ला, पटियाला बैंक कालोनी, विष्णु कालोनी, आजाद नगर, लक्ष्मण नगर, न्यू लक्ष्मण कालोनी, छोटा बाजार, शीला नगर, कॉलेज कालोनी, बैंक कालोनी, मोहन नगर, झांसा रोड स्थित श्याम कालोनी, सरस्वती कॉलोनी, मॉडल टाउन, ज्योतिनगर, वशिष्ठ कालोनी, लालयपुर बस्ती, खेड़ी मारकंडा, सेक्टर-7, 13, सेक्टर-5, दुखभंजन कालोनी व कॉलेज कालोनी सहित कई अन्य कालोनियों के घरों में पानी घुस गया।

इन सड़कों पर जलभराव

पिपली गीता द्वार, रेलवे रोड, झांसा रोड, अमीन रोड, मीरी-पीरी चौक, देवीलाल चौक, अंबेडकर चौक, बिरला मंदिर चौक, मुख्य बाजार, सेक्टर-13, रोटरी चौक, एलएनजेपी अस्पताल, सीनियर सेकेंडरी स्कूल व कुवि थर्ड गेट।

जलभराव क्षेत्रों का किया निरीक्षण

नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बीएन भारती ने बताया कि शहर में जिन स्थानों पर ज्यादा जलभराव हुआ है, उनका निरीक्षण किया गया है। यहां पर सफाई कर्मियों को व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए लगाया गया है। सभी सफाई कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि मानसून आने से पहले व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा ताकि आमजन को परेशानी न हो।

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विधायक निकले व्यवस्था को जांचने

बारिश होने के बाद विधायक सुभाष सुधा शहर में व्यवस्था को जांचने निकले। शहर में व्यवस्था ठीक न होने के कारण विधायक ने अधिकारियों को फटकार लगाई और तुरंत पानी निकासी के पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने सेक्टर-13, 7, 10, 5, 17, 2 व 3 का जायजा लेने के बाद हुडा अधिकारियों और नगर परिषद के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि बार-बार कहने के बावजूद पानी निकासी के उचित प्रबंध नहीं किए गए। कई स्थानों पर सीवर बंद होने से पानी निकासी बाधित हुई, जिसे विधायक ने स्वयं खड़े होकर खुलवाया। उन्होंने रेलवे रोड, विष्णु कालोनी का जायजा लेने के बाद झांसा रोड पर सरस्वती कालोनी के पानी निकासी की व्यवस्था को देखा और यहां पर लोगों की समस्याओं को भी जाना। इस अवसर पर एसडीएम नरेंद्र पाल मलिक, एक्सइएन एसपी सरोहा, एक्सइएन अशोक खंडूजा, नप ईओ बीएन भारती सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

यह है जलभराव का कारण

शहर में नालों, ड्रेन व सीवर की सफाई न होने से शहर में जलभराव की स्थित से शहरवासी जूझ रहे हैं। रेलवे रोड पर नाले का निर्माण कार्य अधूरा होने के चलते कई कालोनियों में पानी निकासी बाधित हो रही है। नाला निर्माण में पीडब्लयूडी विभाग की लापरवाही एवं देरी के चलते रेलवे रोड पर जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। अहम पहलू यह भी है कि नाले का निर्माण कार्य शुरू करते समय मानसून को पूरी तरह नजर अंदाज किया गया, जिसके कारण दुकानदारों व लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

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व्यवस्था को किया जाएगा दुरुस्त

उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने कहा कि व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मानसून से पहले शहर में पानी निकासी को दुरुस्त किया जाए ताकि आमजन को परेशानी न हो। विभागीय अधिकारियों से पहले नालों, ड्रेन व सीवर सफाई की रिपोर्ट तलब की गई थी। इसके बाद जून माह में भी सफाई अभियान चलाया गया था, जहां पर ज्यादा जलभराव की समस्या है, वहां पर पानी निकासी को दुरुस्त किया जाएगा।

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कॉलेज कालोनी के लोग परेशान

किरमिच रोड स्थित कॉलेज कालोनी में कच्ची गलियां लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं। थोड़ी से बारिश होने पर कालोनी जलमग्न हो जाती है। बुधवार को हुई बारिश से कई जगह जलभराव की स्थिति रही, जिसको लेकर कालोनीवासियों रोष जताया। कालोनी वासी आचार्य पंडित राजेश वत्स, माया देवी, गुरमीत कौर, उमा देवी, मोनू शर्मा, राजेश वर्मा, नीतू देवी का कहना है कि कालोनी वासी कई बार सड़क को बनाने के लिए नगर परिषद से लेकर विधायक तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक सड़क नहीं बनाई गई है। बारिश होने के कारण उन्हें पानी में से ही गुजर कर जाना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों व बच्चों को उठानी पड़ती है। कालोनीवासियों ने सड़क निर्माण एवं पानी निकासी को दुरुस्त करने की मांग की है।


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