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किसान देश का सबसे बड़ा वैज्ञानिक : यादव

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : किसान आयोग हरियाणा के चेयरमैन डॉ. रमेश यादव ने कहा कि

By Edited By: Published: Fri, 20 Jan 2017 02:21 AM (IST)Updated: Fri, 20 Jan 2017 02:21 AM (IST)
किसान देश का सबसे बड़ा वैज्ञानिक : यादव
किसान देश का सबसे बड़ा वैज्ञानिक : यादव

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

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किसान आयोग हरियाणा के चेयरमैन डॉ. रमेश यादव ने कहा कि किसान देश का सबसे बड़ा वैज्ञानिक है, जिस भारत की अर्थव्यवस्था निर्भर करती है। देश की अर्थव्यवस्था तभी मजबूत होगी जब किसान खुशहाल होंगे। इसलिए किसानों को खुशहाल बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार हर खेत तक पानी पहुंचाने का काम कर रही है।

वे बृहस्पतिवार को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा पाल प्लाजा में फसल विविधिकरण स्कीम के तहत जिलास्तरीय किसान मेले व प्रदर्शनी में पहुंचे किसानों को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले आयोग के चेयरमैन डॉ. रमेश यादव और विधायक सुभाष सुधा ने विधिवत रूप से किसान मेले और प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। आयोग के चेयरमैन डॉ. रमेश यादव और विधायक सुभाष सुधा ने फसल खराबे पर किसान अंकुर चौहान को 85 हजार रुपये, सतपाल को 36 हजार, गगनदीप कौर को करीब 80 हजार रुपये के चैक मुआवजे राशि के रूप में वितरित किए।

उन्होंने कहा कि किसान देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है। इसलिए किसानों की हालत को सुधारने के लिए देश के प्रधानमंत्री ने अनेकों योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का काम किया है। देश में अभी भी 60 प्रतिशत लोग खेती कर रहे और गांवों में रह रहे हैं।

विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि कुरुक्षेत्र में 1 लाख 50 हजार हेक्टेयर भूमि पर कृषि की जा रही है और ¨सचाई ट्यूबवेलों पर ही निर्भर है। क्षेत्र में 6 में से 4 जोन डार्क जोन में पहुंच चुके है। इसलिए किसानों को फसल विविधिकरण को अपनाना होगा। भाजपा के जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर ने कहा कि किसानों को फसल विविधिकरण की तरफ जाना होगा तभी देश और प्रदेश प्रगति की राह पर आगे बढ़ेगा। कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार को दाल की अन्य फसलों की खरीद करने, पीडीएफ सिस्टम में शामिल करने की सिफारिश की है। क्षेत्र में औसतन पानी का लेवल 36 मीटर जा चुका है। इस क्षेत्र में 1973 में जहां गेहूं की 72 हजार हेक्टेयर में खेती होती थी, आज यह बढ़कर 1 लाख 15 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गई है। वहीं 65 हजार हेक्टेयर धान की फसल 1 लाख 20 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गई है।

इस अवसर पर वरिष्ठ सब्जी विशेषज्ञ डॉ. सीबी ¨सह, डॉ. विजय अरोड़ा, डॉ. प्रद्युम्मन भटनागर, जितेंद्र मेहता, डॉ. सुरेश कुमार व बलकार ¨सह ¨सह सहित अन्य किसान मौजूद थे।


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