देश की कला और संस्कृति को आगे बढ़ाएं : भारद्वाज
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : सरस्वती हैरिटेज बोर्ड के उपाध्यक्ष प्रशांत भारद्वाज ने कहा कि क
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : सरस्वती हैरिटेज बोर्ड के उपाध्यक्ष प्रशांत भारद्वाज ने कहा कि कलाकार देश की कला और संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं। कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित 12 दिवसीय कार्यशाला में कलाकारों ने पत्थर से ऐसी मूर्तियों का निर्माण किया, जिससे हमारी प्राचीन संस्कृति और सभ्यता की जानकारी मिलती है। यह वर्षो पुराने इतिहास की जानकारी देती हैं। इन मूर्तियों से हमारी आने वाली पीढि़यां अपने देश की संस्कृति और इतिहास की जानकारी प्राप्त कर सकेंगी।
वे सोमवार को मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर में कला एवं संस्कृति कार्य विभाग हरियाणा की तरफ से राष्ट्रीय कटम्परेरी स्टोन कर्विंग स्कल्पचर कैंप एवं सिम्पोजियम के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि के रुप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज की विभिन्न विधाओं और समाज की संस्कृति को कलाकार आगे बढ़ाते हैं। मैक के मुख्य सलाहकार महेश जोशी ने विभिन्न प्रदेशों से आए कलाकारों और मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार कलाकारों को प्रोत्साहित कर रही है।
सांस्कृतिक अधिकारी ह्दय कौशल ने मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कला एवं सांस्कृतिक विभाग द्वारा 16 से 27 मार्च तक कार्यशाला का आयोजन किया गया था। समापन अवसर पर उन्होंने बताया कि 12 दिवसीय इस कार्यशाला में हरियाणा, उतर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, तेलांगाना सहित अन्य प्रदेशों से कलाकारों ने भाग लिया। इस कार्यशाला में कलाकारों का कार्य काफी सराहनीय रहा। कलाकारों को काफी कुछ नया सीखने को मिला। उन्होंने बताया कि हरियाणा व विभिन्न प्रदेशों से आए कलाकार जिनमें हरियाणा से अमित कुमार, कुलदीप ¨सह, प्रदीप कामिया, सुनील के कुमावत, तेलांगाना से डॉ. स्नेह लता प्रसाद, राजस्थान से नेमा राम जंगीर, दिल्ली से राकेश कुमार, झांसी से संजय कुमार, लखनऊ से शांतनु शास्त्री, भवानी व उनके साथियों तथा विभागीय कर्मचारी राजेंद्र सहित अन्य कलाकारों ने भाग लिया। इस मौके पर मैक के पूर्व निदेशक दीपक त्रिखा, सरस्वती हैरिटेज बोर्ड के अधीक्षक अभियंता अर¨वद कौशिक, मैक के लेखाकार धर्मपाल शर्मा, विकास आदि उपस्थित थे।
कलाकार समाज व दिल को जोड़ते
उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने मैक में चल रही कार्यशाला में पहुंचकर कलाकारों द्वारा पत्थर को तराश कर बनाई गई कलाकृतियों का अवलोकन किया। उन्होंने इस कार्य के लिए बधाई दी और हरियाणा कला एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों का इस कार्य के लिए आभार प्रकट किया। उयह 12 दिवसीय कार्यशाला में सभी कलाकारों ने अपने आपको निखारने के लिए काफी प्रयास किया। वह उनके बीच में अधिक समय नहीं राह सकी, इसके लिए उनको इसका मलाल भी हैं। उन्होंने कहा कि कलाकार वो शक्शियत होते है, जो अपनी कला से समाज, देश व लोगों के दिलों को जोड़ने का काम करते हैं।