कृषि बीमा के नाम पर बैंक खातों से पैसे काटने पर किसानों ने काटा बवाल
संवाद सहयोगी, लाडवा : भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों व किसानों ने शनिवार को लाडवा के ओरि
संवाद सहयोगी, लाडवा :
भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों व किसानों ने शनिवार को लाडवा के ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स में जमकर बवाल काटा। किसानों का आरोप था कि बैंक अधिकारियों ने उनके बैंक खातों से कृषि बीमा के नाम पर पैसे काट लिए हैं। उनका आरोप था कि न तो किसानों को इसकी कोई जानकारी दी गई है और न ही उनके खेतों में कौनसी फसल खड़ी है, इसका जायजा लिया गया। इसके चलते शनिवार को ओरिएंटल बैंक की शाखा खुलते ही भारतीय किसान यूनियन के सदस्य बैंक व किसान बैंक में पहुंच गए और हंगामा किया। खाताधारक किसान मदनपाल, मामचंद, मेनपाल, राजपाल, मामराज व भाकियू प्रधान अजीत ¨सह भूतमाजरा ने बताया कि बैंक ने अपनी शाखा से खेती की लिमिट व कृषि ऋण लेने वाले किसानों के खातों से कृषि बीमा के नाम पर प्रति एकड़ 314 रुपये काट लिए हैं। बैंक ने किसानों को बीमा कराने के लिए कोई नोटिस नही दिए हैं और न ही उनके खेतों में जाकर बीमा में बीमित होने वाली फसल का ही जायजा लिया। किसानों ने बैंक में जितनी जमीन रखकर ऋण व लिमिट बनवाई थी उतनी ही जमीन पर 314 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से पैसे काट लिए हैं। भाकियू प्रधान अजीत ¨सह ने बताया कि किसान इस समय अपने खेतों में गन्ना, हरा चारा व धान की फसल लगाते हैं। ऐसे में जिन किसानों ने धान नहीं लगाया गया है या कम रकबे में धान लगाया है उन किसानों की पूरी जमीन के हिसाब से पैसे काटे गए हैं, जबकि बीमा के लिए केवल धान के रकबे पर ही पैसे काटे जाने चाहिए थे। बैंक प्रबंधक के ट्रे¨नग पर गए होने पर कर्मचारियों ने ही किसानों को समझाने का प्रयास किया। बैंक कर्मचारियों ने कहा कि उनके पास ऊपर से ही सभी कृषि लिमिट व ऋण खातों का कृषि बीमा करने का सरकूलर आया है और उसके आधार पर ही खातों से पैसे काटे गए हैं। किसानों के न मानने पर बैंक कर्मचारियों ने किसानों को कहा कि वे बीमा न करने का पत्र लिखकर दें, जिसपर उच्चाधिकारियों से बात करके काटे गए पैसे खातों में वापिस डाल दिए जाएंगे। इसके बाद खाताधारक किसानों ने अपनी फसल का बीमा न कराने व किसी भी आपदा से हुए नुकसान को अपनी ही जिम्मेदारी लिखकर पत्र बैंक कर्मचारियों को दे दिए। भाकियू ने कहा कि यदि उनकी काटी गई राशी शीघ्र ही उनके खातों में नही डाली गई तो वे बैंक के खिलाफ धरना-प्रदर्शन व कानूनी कारवाई करने को बाध्य होंगे। इस अवसर पर मेहर ¨सह जैनपुर, जगीर ¨सह बन, मनोज, प्रेमपाल, ईश्वर, कर्म ¨सह, प्रेम ¨सह बुढ़ा, राजपाल बपदा सहित भाकियू के कई पदाधिकारी उपस्थित थे।