कुवि में टोकन से होगी वाहनों की इंट्री
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय परिसर में बाहरी वाहनों की आवाजाही पर रोक लग
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय परिसर में बाहरी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए कुवि प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी। प्रशासन की ओर से कुवि में स्टीकर लगे वाहनों को ही आने-जाने की अनुमति दी जाएगी। यह नियम 1 जून से शुरू हो जाएगा। जिसके बाद कोई भी चौपहिया वाहन बिना टोकन व स्टीकर के विश्वविद्यालय में प्रवेश नहीं कर सकेगा। विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कुलपति प्रो. कैलाश चंद्र शर्मा ने 1 जून से विश्वविद्यालय में टोकन सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए हैं। फोर व्हीलर वाहन के साथ विश्वविद्यालय के किसी भी द्वार से प्रवेश करने वाले व्यक्ति को सुरक्षा कर्मचारियों से टोकन लेना होगा, टोकन लेने के बाद ही वह विश्वविद्यालय में प्रवेश कर सकेगा। इसके साथ ही टोकन वापस करने के बाद ही विश्वविद्यालय से बाहर वाहन जा सकेगा। हालांकि कुवि प्रशासन इस प्रकार की योजना में एक बार पूरी तरह से फेल हो चुका है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने सभी छात्र-छात्राओं व कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे 30 मई से पहले वाहनों के लिए स्टीकर बनवा लें। 1 जून के बाद विश्वविद्यालय में स्टीकर के बिना वाहनों के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। स्टीकर विभाग से या चीफ वार्डन आफिस से बनवाया जा सकता है। मुख्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. अनिल गुप्ता ने बताया कि कुलपति के दिशा निर्देशानुसार नए सत्र से पहले सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए टोकन सिस्टम लागू किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के द्वितीय द्वार, तृतीय द्वार व एनआइटी गेट पर सुरक्षा कर्मचारी आने वाले वाहनों को टोकन मुहैया कराएंगे व उसके बाद ही कोई भी वाहन विश्वविद्यालय में प्रवेश कर सकेगा। इस सिस्टम के लागू होने से सुरक्षा विभाग को विश्वविद्यालय में प्रवेश करने वाले चौपहिया वाहनों के बारे में जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं से अपील की है कि वे 30 मई तक अपने वाहन के लिए स्टीकर बनवा लें, ताकि उन्हें एक जून के बाद किसी तरह की परेशानी न हो।
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30 मई को बनाएंगे रणनीति
सुरक्षा अधिकारी डॉ. अनिल गुप्ता ने बताया कि 30 मई को सुरक्षा कर्मचारियों की बैठक बुलाई गई है। इसमें टोकन सिस्टम को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। सभी सुरक्षा कर्मचारियों को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
पहले भी चली थी योजना, फिर बंद
हालांकि कुवि प्रशासन इससे पहले भी इस योजना को शुरू कर चुका है। उस समय भी सभी कर्मचारियों और विद्यार्थियों को स्टीकर जारी किए गए थे, लेकिन सफल नहीं हो पाई और कई कर्मचारियों व विद्यार्थियों ने सुरक्षा कर्मियों पर अभद्रता का आरोप लगाकर उसे बंद करा दिया था। कुवि प्रशासन की ओर से इसके दौरान सेंट्रल पार्किग भी शुरू की थी, लेकिन वह विद्यार्थियों के विरोध के कारण चल नहीं पाई।