ओवरब्रिज के नीचे डिवाइडर न बनने से दुर्घटनाओं का खतरा
संवाद सहयोगी पिपली : राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने ओवरब्रिज के नीचे पिपली चौक पर डिवाइडर न बनाने से दुर्
संवाद सहयोगी पिपली : राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने ओवरब्रिज के नीचे पिपली चौक पर डिवाइडर न बनाने से दुर्घटनाओं का खतरा रहता है। ओवरब्रिज को पिछले दिनों आम जनता के लिए खोल दिया, मगर नीचे वाले रास्ते पर न तो निर्माण कंपनी ने डिवाइडर बनाया और न ही जिला प्रशासन ने इस तरफ कोई ध्यान दिया। उससे रोजाना वहां दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है और कोई भी चालक यातायात के नियम का पालन नहीं करता है। अगर प्रशासन ने शीघ्र ही यहां डिवाइडर नहीं बनाए तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग पिपली चौक पर बना ओवरब्रिज पिछले दिनों आम जनता की आवाजाही के लिए खोल दिया है, मगर नीचे के रास्ते पर पुल का निमार्ण करने वाली कंपनी ने कोई डिवाइडर नहीं बनाया और न ही जिला प्रशासन की तरफ से यातायात को सुचारु रूप से चलाने की कोई व्यवस्था की गई। आलम यह है कि रोजाना वाहनों की बेतरतीब धक्कमपेल लगी रहती है। जिस वाहन चालक को जहां से भी रास्ता मिला वह यातायात नियमों की परवाह किए बिना दौड़ रहा है। इस मारा मारी के चलते कई बार तो वाहन आपस में टकरा भी जाते हैं। सबसे बड़ी विडंबना ये है कि ओवरब्रिज के नीचे दोनों तरफ सड़क पर कोई यातायात सूचक नहीं लगाए हैं। दिल्ली व चंडीगढ़ की तरफ से आने वाले वाहन जो पुल से न होकर नीचे से होकर गुजर रहे हैं। इस अवस्था में उनके दुघर्टना ग्रस्त होने की संभावना ज्यादा बनी रहती है। दूसरी और हाईवे बस अड्डे के अंदर गलत दिशा से जाने वाली परिवहन बसों के कारण भी घटनाएं होने का खतरा अधिक बना हुआ है। वहीं ओवरब्रिज के नीचे वाले रास्ते पर कई वाहन चालकों के पक्के ठिकाने भी बने हैं। जो वहां वाहनों को खड़ा कर बेफ्रिक होकर सो जाते हैं। इसके अलावा ओवरब्रिज के नीचे रेहडिय़ां खड़ी होने से भी अव्यवस्था फैली हुई है। पैदल यात्रियों को तो इस अव्यवस्था के चलते परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है। विशेषकर महिला यात्रियों, छोटे बच्चों व वृद्धों को ज्यादा दिक्कत उठानी पड़ती है। इस बारे में जब यातायात प्रभारी बनारसी दास से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पुल के नीचे डिवाइडर बनाने के लिए उन्होंने सोमा कंपनी को कहा है। आशा है कि जल्द ही यहां डिवाइडर बनकर तैयार हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि यहां पर यातायात सुचारु करने के लिए पुलिस यातायात कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।