रतन लाल बनवाल बने नपा के कार्यकारी प्रधान
संवाद सहयोगी, लाडवा : आखिरकार एक सप्ताह बाद ही सही लाडवा नगर पालिका के कार्यकारी प्रधान के रूप में
संवाद सहयोगी, लाडवा :
आखिरकार एक सप्ताह बाद ही सही लाडवा नगर पालिका के कार्यकारी प्रधान के रूप में बृहस्पतिवार को उपप्रधान रतन लाल बनवाल ने चार्ज संभाल लिया। लाडवा नगर पालिका में उपायुक्त से आदेश आने के बाद नपा सचिव सुशील कुमार ने उनको पद ग्रहण कराया। भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में कार्यकारी प्रधान का पद संभालने के बाद रतन लाल बनवाल ने कहा कि सभी वार्डो का समान रूप से विकास कराने के साथ-साथ उन कामों की जाच भी कराने का काम किया जाएगा, जो पहले हुए है। उन्होंने कहा कि सभी पार्षदों को साथ लेकर उनके परामर्श से काम किया जाएगा और विकास कार्य में कहीं पर भी कोई घपलेबाजी मिलने पर तुरत कार्रवाई की जाएगी। वहीं नपा सचिव सुशील कुमार ने कहा कि नगर पालिका एक्ट के अनुसार प्रधान के पद से हटने के बाद कामकाज चलाने के लिए उपप्रधान को कार्यकारी प्रधान के रूप में पदभार सौंपा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधान का पद तब तक खाली रहता है, जब तक उस पर नए प्रधान का चुनाव नहीं हो जाता है। उन्होंने बताया कि प्रधान कौशल्या खुराना के पद से हटने के बाद अब कामकाज चलाने के लिए उपप्रधान रतन लाल बनवाल को कार्यकारी प्रधान बनाया गया है। रतन लाल के कार्यकारी प्रधान बनने पर भाजपा समर्थकों ने लड्डू बाटकर नपा परिसर में खुशी मनाई। इस मौके पर डॉ. गणेश दत्त, सतप्रकाश शर्मा, शिव अरोड़ा, निशा महेश्वरी, गुरदेव मेहरा, नैब सिंह भालड़, बृज मोहन शर्मा, विपिन शर्मा, गुरचरण सिंह चन्नी समेत भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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इन पार्षदों ने बनाई दूरी
रतन लाल बनवाल के बृहस्पतिवार शाम को कार्यकारी प्रधान बनने पर उनको औपचारिक रूप से नपा कार्यालय में पदभार सौंपा गया। इस दौरान लाडवा के 15 पार्षदों में से खुद रतन लाल बनवाल के अलावा कोई भी मौके पर मौजूद नहीं था। पार्षद अनिल माटा व पार्षद पति मनदीप सिंह तूर कार्यक्रम में पहुचे तो जरूर, लेकिन तब तक रतन लाल बनवाल को पदभार सौंपने की औपचारिकता पूरी की जा चुकी थी। रतन लाल बनवाल को पद पर बैठाने के लिए वह पार्षद भी बृहस्पतिवार को नहीं पहुचे जो शुक्रवार को उनके साथ नजर आ रहे थे। ऐसे में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है।
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क्या था मामला
कौशल्या खुराना को लाडवा नगर पालिका प्रधान पद से नगर निकाय के प्रधान सचिव ने पिछले बृहस्पतिवार नगर पालिका एक्ट की धारा 21ए के तहत कार्रवाई करते हुए पद से हटा दिया था। उन पर अपने रिश्तेदारों को अपने पद का दुरुपयोग कर नगर पालिका का प्लॉट देने का आरोप लगाया गया था। इस संबंध में लाडवा के ही राजेंद्र कुमार ने शिकायत की हुई थी और न्यायालय में भी इस संबंध में केस चल रहा था।