एड्स के लक्षण व रोकथाम की दी जानकारी
जागरण संवाददाता, करनाल : राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता का
जागरण संवाददाता, करनाल : राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उप-सिविल सर्जन डॉ. अनीता अग्रवाल द्वारा एचआईवी, एड्स के फैलने के कारण, लक्षण व रोकथाम के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। वहां उपस्थित अध्यापकगण व विद्यार्थियों को बताया गया कि एचआईवी, एडस किसी को छूने से, गले लगाने से, साथ खाना खाने से, मोबाईल, लैपटॉप शेयर करने से, मच्छर के काटने से नहीं फैलता। एचआईवी, एड्स असुरक्षित यौन संबंध बनाने से, एचआईवी से ग्रसित गर्भवती महिला से उसके होने वाले बच्चे को, संक्रमित सुई के इस्तेमाल करने से या संक्रमित खून चढ़वाने से हो सकता है।
उन्होंने यह भी बताया कि जब भी किसी को खून की जरूरत हो तो केवल लाइसेंसड ब्लड बैंक से ही खून प्राप्त करें, क्योंकि लाइसेंसड ब्लड बैंक में खून चढ़ाने से पहले 5 बीमारियों की जांच की जाती है जिसमें एचआइवी, मलेरिया, सिफिलिस, हैपेटाइटस बी एवं सी शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अगर व्यक्ति एक बार एचआईवी संक्रमित हो जाता है तो वह जीवन भर संक्रमित रहता है। एचआईवी, एड्स के बारे में सही जानकारी प्राप्त करके ही हम एचआईवी, एड्स से बच सकते हैं क्योंकि बचाव ही इसका एकमात्र उपाय है। उन्होंने यह भी बताया कि एचआईवी, एड्स के मरीजों को करनाल अस्पताल से एआरटी दी जा रही है, क्योंकि करनाल में ¨लक एआरटी सेंटर है। मरीज को बार-बार रोहतक जाने की जरूरत नहीं पड़ती। इस समय करनाल जिले में 1139 एचआइवी संक्रमित व्यक्ति हैं, जिनमें से 278 एआरटी ले रहे हैं। प्रत्येक वर्ष 150-200 एचआईवी के नए केस निकल रहे हैं। उन्होंने उपस्थित छात्रों व अध्यापक गणों से अपील की कि वे एचआइवी/एड्स के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जनता तक पहुंचाएं ताकि एचआईवी के ट्रांसमिशन को रोका जा सके। इस अवसर पर राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एचआईवी/एड्स पर एक पोस्टर मे¨कग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें स्कूल के विद्यार्थियों ने भाग लिया। पोस्टर मे¨कग प्रतियोगिता में निशु कुमार ने प्रथम स्थान, दीपक ने द्वितीय स्थान तथा प्रवीन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। उप-सिविल सर्जन डॉ. अनीता अग्रवाल द्वारा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर एचआईवी, एड्स पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गई ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग एचआईवी, एड्स के बारे में जागरूक हो सकें।