अधिकारी नहीं जनसेवक बनकर सुने समस्याएं: सुभाष चंद्र
जागरण संवाददाता, करनाल स्वच्छ भारत मिशन के वाईस चेयरमैन सुभाष चंद्र ने शुक्रवार को अचानक
जागरण संवाददाता, करनाल
स्वच्छ भारत मिशन के वाईस चेयरमैन सुभाष चंद्र ने शुक्रवार को अचानक लघु सचिवालय स्थित समाज कल्याण विभाग में पहुंचकर यहां साफ-सफाई का जायजा लिया। इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों से कहा कि देश में वीआईपी कल्चर अब समाप्त हो रहा है, ऐसे में अधिकारी बनकर नहीं अपितु जनसेवक के रूप में लोगों की समस्याओं का समाधान करें। जिला समाज कल्याण कार्यालय में सुभाष चंद्र ने अधिकारियों की एक बैठक ली, जिसमें उन्होंने स्वच्छता के पैगाम को आम जनता तक पहुंचाने और इसे आगे बढ़ाने में एक संदेश वाहक की भूमिका निभाने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को मिशन बनाकर काम करें। हमारा प्रयास है कि स्वच्छता मिशन धरातल पर नजर आये और केवल एक औपचारिकता बनकर ना रह जाए। गंदगी किसी भी व्यक्ति को पसंद नहीं है, लेकिन सफाई में योगदान देने की संस्कृति भारत में विकसित हो रही है।
कार्यकारी उपाध्यक्ष ने कहा कि महात्मा गांधी जी का मानना था कि किसी विषय को लोगों से मनवाने के लिए सबसे पहले हमें खुद उस पर अमल करना होगा और उसे अपने स्वभाव में लाना होगा। किसी भी कार्य को उपदेश से नहीं अपितु अपने कर्म के द्वारा लोगों को ज्यादा असरदार तरीके से समझाया जा सकता है। यही कारण है आज सबसे पहले इसकी शुरुआत हमे खुद से करनी होगी। इसके लिए सभी सरकारी विभागों और कार्यालयों को अपने परिसरों में साफ-सफाई रखनी होगी। सरकारी कार्यालय एक सार्वजानिक स्थान है जहां सैंकड़ों लोग प्रतिदिन आते हैं। अगर सरकारी दफ्तर गंदे होंगे और इसमें शौचालय की व्यवस्था अच्छी नहीं होगी तो हम आम जनता से स्वच्छता की अपेक्षा नहीं कर सकते। ऐसे में सबसे पहले हमें अपने व्यवहार में सुधार लाना होगा और कार्यालय में शौचालय व पीने के साफ पानी की बेहतर व्यवस्था करनी होगी। सुभाष चंद्र ने समाज कल्याण विभाग में स्टोर रूम, चेम्बर और शौचालय का निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ¨सह, अनुभाग अधिकारी विकास कोहली, अन्वेषक ओमप्रकाश, अनीता, शीतल, मनदीप, संतराम ,मनीष, मनप्रीत कौर, गुरमीत, माया राम, सुनील, ¨टकू व अनूप मौजूद रहे।