ठंडी पड़ गई हॉट लाइन, मेडिकल कॉलेज में चरमराई व्यवस्था सीढि़या चढ़कर ओपीडी तक पहुंची गर्भवती महिलाएं
-मेडिकल कॉलेज में धक्के खाते रहे मरीज -लिफ्ट के लिए लाइन में मरीज, तीसरे दिन भी बेपटरी
-मेडिकल कॉलेज में धक्के खाते रहे मरीज
-लिफ्ट के लिए लाइन में मरीज, तीसरे दिन भी बेपटरी रही व्यवस्था
फोटो---23, 24, 25 व 28 नंबर है।
- रविवार को आंधी-तूफान व बरसात के कारण मेडिकल कॉलेज की बिजली लाइन में हो गया था फाल्ट -तीसरे दिन भी पूरे मेडिकल कॉलेज में सुचारू नहीं हो पाई बिजली सप्लाई
जागरण संवाददाता, करनाल
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में रविवार को बरसात, आंधी-तूफान के तीन दिन भी बिजली की व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई है। ओपीडी में बिजली सुचारू कर दी गई, जहां पर रजिस्ट्रेशन आसानी से हो पाए, लेकिन ओपीडी भवन में लिफ्टों की पावर सप्लाई ठीक नहीं होने के कारण दो लिफ्ट बंद रही। जिस कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। स्थिति यह रही कि ओपीडी भवन में लिफ्ट के लिए मरीजों की अलग से कतार बनवानी पड़ी। हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की ओर से बिजली को सुचारू करवाने के लिए बिजली कर्मचारियों की टीम को मुस्तैद रखा। मंगलवार को ज्यादातर जगहों पर बिजली सुचारू हो गई थी। कुछ जगहों पर जहां पर बिजली नहीं पहुंची थी, वहां पर फाल्ट ढूंढने में टीम जुटी रही। गौरतलब है कि सोमवार को मेडिकल कॉलेज में बिजली गुल होने के कारण ओपीडी से लेकर इंडोर तक व्यवस्था चरमरा गई थी। मोबाइल की रोशनी में चिकित्सकों को इलाज करना पड़ा। मरीजों में हाहाकार मचा रहा। ओपीडी के अधिकतर सिस्टम बिजली के बिना बंद होने के कारण रजिस्ट्रेशन मैनुअल करना पड़ा था। जिससे काफी मरीजों को बिना ट्रीटमेंट के ही वापस लौटना पड़ा था।
पांचवीं मंजिल तक हांफ जाते हैं मरीज
मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को भी ओपीडी की दो लिफ्ट बंद होने के कारण मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। खासकर गर्भवती महिलाओं व बुजुर्गों को सीढि़यों से ही ओपीडी तक जाना पड़ा। कई बुजुर्ग ओपीडी तक जाते-जाते कई बार बीच सीढि़यों में ही बैठ गए। लिफ्ट बंद होने से मरीजों की सांस फूल गई।
हॉट लाइन से जोड़ा गया है मेडिकल कॉलेज
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज को हॉटलाइन से जोड़ा गया है, लेकिन बावजूद इसके यहां पर बिजली समस्या कायम रहती है। बिजली निगम के अधिकारी करते हैं कि कालेज के इंटरनल फाल्ट के कारण बिजली जा सकती है। निगम की तरफ से बिजली प्रोपर तरीके से मुहैया करवाई जा रही है।
रोजाना पांच हजार लोग आते हैं
मेडिकल कॉलेज में ओपीडी की बात करें तो रोजाना औसतन 2500 मरीजों का आना-जाना लगा रहता है। इसके अलावा उनके साथ अटेंडेंट, मेडिकल करवाने वाले तथा अन्य लोगों का भी रूटीन के कार्यों के लिए आना जाना लगा रहता है। औसतन पांच हजार लोग मेडिकल कॉलेज में आते-जाते हैं, लेकिन उस हिसाब से सुविधाएं ठीक नहीं हैं।
चालू होंगी लिफ्ट
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज के उप चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव ग्रोवर का कहना है कि बिजली फाल्ट होने के कारण कुछ दिक्कतें जरूर आई थी, लेकिन अब सभी को दुरुस्त कर लिया गया है। बिजली प्रोपर तरीके से चल रही है। जो लिफ्ट बंद पड़ी हैं, उनको भी चालू करवाया जाएगा। बिजली चले जाने के बाद मेडिकल कॉलेज में बैकअप की व्यवस्था है, लेकिन यहां पर भी फाल्ट हो गया था, जिसको अब दुरुस्त कर दिया गया है। मरीजों को कोई भी परेशानी नहीं होने दी जाएगी।