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कम पढ़ी-लिखी महिलाएं भी चलाएंगी गूगल और वाट्सएप

प्रदीप शर्मा, करनाल अब गांवों में कम पढ़ी-लिखी महिलाएं भी स्मार्ट फोन पर वॉट्सएप और इंटर

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 May 2017 03:00 AM (IST)Updated: Tue, 23 May 2017 03:00 AM (IST)
कम पढ़ी-लिखी महिलाएं भी चलाएंगी गूगल और वाट्सएप
कम पढ़ी-लिखी महिलाएं भी चलाएंगी गूगल और वाट्सएप

प्रदीप शर्मा, करनाल

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अब गांवों में कम पढ़ी-लिखी महिलाएं भी स्मार्ट फोन पर वॉट्सएप और इंटरनेट चलाती देखी जा सकेंगी। सरकार की हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत इस योजना पर अभी घरौंडा ब्लाक में काम किया जा रहा है। सरकार का मकसद है कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली महिलाएं भी आज के आधुनिक युग में कदम से कदम मिलाकर चलें, वह तकनीक में पीछे ना रहें। इंटरनेट सारथी योजना को 15 मार्च 2017 से शुरू किया गया था। तीन माह में घरौंडा में 7400 महिलाओं को इंटरनेट की बेसिक जानकारी दी जा चुकी हैं। अब यह महिलाएं स्मार्ट फोन पर वॉट्सएप, इंटरनेट का इस्तेमाल करनाल, वायस चेट करना सीख गई हैं। आसानी से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी घर बैठे प्राप्त करने लगी हैं। घरौंडा में छह महीने यह अभियान चलेगा उसके बाद दूसरे ब्लाकों में भी इस योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा।

टाटा ट्रस्ट और गूगल मिलकर कर रहे हैं काम

सरकार की इंटरनेट सारथी योजना के मुताबिक ग्रामीण महिलाओं को इंटरनेट इस्तेमाल की जानकारी देने उन्हें तकनीक के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी देने के लिए टाटा ट्रस्ट और गूगल मिलकर काम कर रहे हैं। जो ट्रेनर ट्रे¨नग देते हैं पहले उनको तीन दिन की ट्रे¨नग दी जाती है और उनको बताया जाता है कि किस प्रकार से उनको फिल्ड में जाकर ग्रामीण महिलाओं तकनीक की जानकारी दी जानी है। ट्रेनर को एक-एक टैब व स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाया जाता है। फिलहाल घरौंडा ब्लाक में 19 ट्रेनर फिल्ड में उतरे हुए हैं। एक ट्रेनर का लक्ष्य 1000 महिलाओं को ट्रेंड करना है। इस हिसाब से छह माह के अंदर घरौंडा में 19 हजार ऐसी महिलाएं ट्रेंड हो जाएंगी जो स्मार्ट फोन के माध्यम से सरकार की योजनाओं की जानकारी घर बैठे ही इंटरनेट के माध्यम से ले सकेंगे। स्वरोजगार से जुड़ी जानकारियां भी हासिल कर सकेंगी।

प्रदेश के इन नौ जिलों में चल रहा है काम

इंटरनेट सारथी योजना के तहत प्रदेश के करनाल, कैथल, भिवानी, नूंह, झज्जर, पंचकुला, रोहतक, फतेहाबाद और जींद जिले में काम चल रहा है। यहां पर इंटरनेट के बारे में कम पढ़ी लिखी महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में केवल महिलाओं को ही शामिल किया गया है।

वर्जन

फोटो----10 नंबर है।

योजना का मिला अच्छा फीडबैक

इंटरनेट सारथी योजना को करनाल के घरौंडा ब्लाक में 15 मार्च को शुरू किया गया था। अभी तक हुए कार्य का अच्छा फीडबैक मिला है। टाटा ट्रस्ट और गूगल इस प्रोजेक्ट पर मिलकर काम कर रहे हैं। घरौंडा की बात करें तो महज तीन महीने के अंदर 7400 कम पढ़ी-लिखी महिलाओं को इंटरनेट यूज करने के तरीके बताए गए हैं। 19 ट्रेनरों को फिल्ड में उतारा गया है, जिनका निर्धारित छह माह में प्रति ट्रेनर एक हजार को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। हम लक्ष्य की तरफ लगातार आगे बढ़ रहे हैं। जिन महिलाओं ने इंटरनेट सीखा है उनसे फीडबैक भी लिया जा रहा है।

डॉ. प्रियंका सोनी, एडीसी करनाल।


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