काम में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं : एडीसी
जागरण संवाददाता, करनाल : कामकाज में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरक
जागरण संवाददाता, करनाल : कामकाज में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकारी स्कूलों में जिन कार्यो के लिए फंड जारी हुए हैं उनको पूर्ण रूप से और समय पर लगाना सुनिश्चित करें। यह निर्देश एडीसी डॉ. प्रियंका सोनी ने लघु सचिवालय स्थित सभागार में सर्व शिक्षा अभियान के तहत 2013-14 से लेकर अब तक की रिव्यू बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए।
बैठक में राजकीय माध्यमिक विद्यालय रंबा व राजकीय हाई स्कूल रंबा में सिविल वर्क के बारे में जानकारी ली। जिला परियोजना अधिकारी ने स्कूल में होने वाले कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। इस पर एडीसी ने मौके पर मौजूद स्कूल प्रिंसिपल को निर्देश दिए की कार्य शुरू कर एक सप्ताह के अंदर उसकी रिपोर्ट दी जाए।
कार्य में लापरवाही बरतने पर डॉ. प्रियंका सोनी ने एसडीई को स्पष्टीकरण देने को कहा है। उन्होंने सख्ती से कहा कि कार्यों के लिए इतना समय मिलने के बाद भी लापरवाही को दर्शाता है। बैठक में शौचालय निर्माण, सांस्कृतिक गतिविधियों, कला उत्सव, मेडिकल चेकअप कैंप, पेरेंट्स काउंसि¨लग, पढ़े भारत-बढ़े भारत, स्कूल सुंदरीकरण पुरस्कार योजना सहित कई अहम पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरोज बाला गुर, खंड शिक्षा अधिकारी सपना जैन, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी चंद्रेश विज व सर्व शिक्षा अभियान का स्टाफ मौजूद रहा।
मुख्यमंत्री स्कूल सुंदरीकरण पुरस्कार योजना के तहत 18 स्कूलों को हुआ चयन
बैठक में अवगत करवाया गया कि मुख्यमंत्री स्कूल सुंदरीकरण पुरस्कार योजना के तहत जिले के 18 स्कूलों को चयन किया गया था। जिसमें से छह स्कूलों को राज्य स्तर पर इनाम मिला था। इस पर एडीसी ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है। इस दिशा में स्कूल मुखियाओं को ओर मेहनत करने की जरूरत है। भविष्य में हम यह आंकड़ा ओर आगे लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्कूलों की तरक्की के लिए हरसंभव प्रयास करें।
करीब 24 बिंदुओं पर हुई चर्चा
सर्व शिक्षा अभियान की बैठक में लगभग 24 ¨बदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। संबंधित स्कूल मुखियाओं व शिक्षा अधिकारियों से एडीसी ने जवाब-तलबी की। बैठक में स्कूल मैनेजमेंट कमेटी की स्कूल में भूमिका पर चर्चा की गई। कितने स्कूलों में कमेटी बनाई गई है, कितनों में सक्रिय भूमिका है, इस पर विस्तार से जानकारी दी गई। सांस्कृतिक गतिविधियों, कला उत्सव, मेडिकल चेकअप कैंप, पेरेंट्स काउंसि¨लग, पढ़े भारत-बढ़े भारत, कला उत्सव, दिव्यांग बच्चों के लिए मेडिकल कैंप, दिव्यांग बच्चों को मनाली टूर व सूरजकुंड मेले में लेकर गए बच्चों के दल के बारे में जानकारी दी गई।