कबड्डी हरियाणा के खून में, युवा इसमें बनाएं कैरियर : अनूप
मनोज राणा, करनाल देश की सबसे बड़ी इनामी राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता से पहले भारतीय कब
मनोज राणा, करनाल
देश की सबसे बड़ी इनामी राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता से पहले भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान अनूप कुमार ने कर्ण स्टेडियम में दस्तक दी। कबड्डी में उनके हुनर की पूरी दुनिया कायल है। गुड़गांव के छोटे से गांव पलड़ा का यह लाल आज किसी परिचय का मोहताज नहीं।
2006 में उन्होंने पहला इंटरनेशनल मैच पाकिस्तान की टीम से खेला और जीते। तभी से वह भारतीय टीम में अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। फिलहाल राष्ट्रीय कबड्डी टीम के कप्तान हैं। देश को कबड्डी वर्ल्ड कप दिला चुके अनूप प्रो कबड्डी में भी अपनी प्रतिभा को लोहा मनवा चुके हैं। शुक्रवार को कर्ण स्टेडियम में उन्होंने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत की। अनूप ने कहा कि कबड्डी हरियाणा के खून में है। प्रदेश के युवा इससे जुड़कर कैरियर बना सकते हैं। बीच में ऐसा दौर जरूर आया कि युवा कबड्डी से दूर हुए, लेकिन अब उन्हें समझ आने लगा है कि हरियाणा का यह पारंपरिक खेल अन्य खेलों से किसी प्रकार से भी कम नहीं है।
आप अनूप कुमार हैं क्या..
कर्ण स्टेडियम में करीब 8 साल के बच्चे ने बड़ी उत्सुकता से भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान की तरफ देखा। काफी देर चेहरे को टकटकी लगाकर निहारा और फिर बड़े सरल अंदाज में पूछा कि आप कबड्डी खिलाड़ी अनूप कुमार हैं क्या? जवाब हां में मिला तो बच्चे की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अनूप कुमार ने बच्चे के साथ उसी के अंदाज में बात की। अनूप की एक झलक पाने के लिए खिलाड़ी उमड़ पड़े। युवाओं ने उनके साथ सेल्फी लेने का मौका नहीं गंवाया।
पहली बार करनाल से एक करोड़ के प्रथम इनाम वाली राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता का आगाज हो रहा है, आप इसे किस नजर से देखते हैं?
यह प्रदेश सरकार की सराहनीय पहल है। जरूरी है कि इस प्रतियोगिता को आगे भी जारी रखा जाए। इससे युवा कबड्डी की ओर प्रेरित होंगे। इस प्रतियोगिता से देश में हरियाणा का गौरव और बढ़ेगा।
कबड्डी को बढ़ावा देने के लिए सरकार को ओर क्या कदम उठाने चाहिए?
कबड्डी हरियाणा का सबसे अहम खेल है। इस खेल में इंडिया की कबड्डी टीम ने देश को कभी निराश नहीं होने दिया। इसलिए जरूरत है कि इस तरफ विशेष ध्यान दिया जाए। सरकार खिलाड़ियों को और प्रोत्साहित करे। एक करोड़ की प्रतियोगिता इस दिशा में अच्छा कदम है।
इस प्रतियोगिता में आप हरियाणा की कमान संभालेंगे, कौन सी टीम आपको टक्कर दे सकती है?
इस प्रतियोगिता में सभी 12 टीमें एक से बढ़कर एक हैं। इससे साफ है कि मुकाबले बेहद रोमांचक होंगे। हम पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरेंगे और अच्छा खेल दिखाएंगे। जीतेगा वही टीम जो सबसे अच्छा खेल दिखाएगी।
कहावत है कि हरियाणा, जित दूध दही का खाणा, लेकिन आज युवा फास्ट फूड को तवज्जो दे रहे हैं?
फास्ट फूड सीधा सेहत से खिलवाड़ है। खिलाड़ियों की फिटनेस ही उनकी सफलता का राज है। मैं घर का बना खाना ही खाता हूं। खिलाड़ी यदि शारीरिक रूप से फिट नहीं होगा तो बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकेगा।
करनाल के कर्ण स्टेडियम में आप राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता के सिलसिले में आए थे या कोई और वजह रही?
करनाल में अंडर-17 की राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए ट्रायल चल रहे हैं। ट्रायल देने के लिए मेरा भांजा भी आया है। मैं यहां से गुजर रहा था तो उससे मिलने चला आया।