भाजपा ने जनता पर लगाया जजिया कर : कुलदीप शर्मा
जागरण संवाददाता, करनाल : पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार को यदि ज
जागरण संवाददाता, करनाल :
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार को यदि जीएसटी लागू करना था तो 18 प्रतिशत तक ही सीमित रखना चाहिए था। लेकिन इसको 28 प्रतिशत तक कर दिया। यह सीधे तौर पर जनता को जजिया कर के रूप में थोंप दिया गया है। वह बृहस्पतिवार को मानव सेवा संघ में 23 जुलाई को होने वाले प्रदेशस्तरीय व्यापारी सम्मेलन को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने खिलौना, दवाईयों, किसानों की जमीन पर, पेस्टीसाइड, फर्टीलाइजर्स, किसानों से संबंधित सभी वस्तुओं पर टैक्स थोंप दिए हैं, जिसको लेकर लोगों में रोष है। सरकार किसान विरोधी नीतियां अपना रही है। कुलदीप शर्मा ने कहा कि सरकार को किसानों से संबंधित वस्तुओं को जीएसटी से बाहर रखना चाहिए। यही नहीं व्यापारियों को यह कहा गया है कि यदि आपकी जीएसटी के भुगतान में कोई कमी पकड़ी गई तो एक से सात साल की सजा होगी। अब व्यापारी को गिरफ्तार किया जाएगा। ऐसा तो अंग्रेजों के शासन में भी नहीं हुआ था। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व विधायक सुमिता ¨सह, पूर्व मंत्री भीमसेन मेहता, पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेंद्र नरवाल, ललित बुटाना, राजेंद्र बल्ला, किशोर नागपाल, रणपाल संधू, हरिराम सांभा, अशोक खुराना व त्रिलोचन ¨सह मौजूद रहे।
बिजली समस्या से लोग बेहाल
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि व्यापारी को बिजली की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। शहर में छह से आठ घंटे के अघोषित कट लग रहे हैं। बिजली कहां गई इस बारे में सीएम को जवाब देना चाहिए। चार-चार बिजली प्लांट कांग्रेस सरकार में लगाए गए, फिर भी बिजली गुल होना समझ से परे है। बिजली किल्लत से परेशान जनता सड़कों पर उतर आई है। वहीं दूसरी ओर कानून व्यवस्था भी बदहाल है। बीजेपी नेता से पुलिसकर्मी कागज दिखाने की बात कहता है तो उसे धमकाया जाता है। पुलिसकर्मी के ऊपर ही कार्रवाई की जाती है। यह कौन सा कानून है।
मेडिकल कालेज फेल होने के सीएम स्वयं जिम्मेदार
शर्मा ने कहा कि करनाल में मेडिकल कालेज पूर्व सीएम हुड्डा ने रखी थी। मेडिकल कालेज का उद्घाटन की जल्दबाजी की गई। सीएम को अपना पत्थर लगाने की जल्दबाजी थी। यहां पर डॉक्टर नहीं हैं, मशीन नहीं है। यह रेफरल सेंटर बन चुका है। पुराने अस्पताल की मशीनों को शिफ्ट कर चलाया गया है बेसमेंट में पानी भर जाता है। मेडिकल कालेज की विफलता का कारण स्वयं मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि सीएम को करनाल के लोगों ने 65 हजार वोटों से जिताया। लेकिन दिल के अरमान आसुंओं में बह गए। करनाल का विकास रूक गया है।
ढाई साल से एक सड़क का टुकड़ा नहीं बना
उन्होंने कहा कि सरकार ढाई साल से स्मार्ट सड़क नहीं बन पाई है। उनसे विकास की उम्मीद करना बेमानी है। साइकिल स्टैंड बनाकर साइकिल रखी गई थी, वह विफल है। शहर निराश हो चुका है। हवाई अड्डे की बात की गई थी, लेकिन वह भी दूसरी जगह चली गई। एनसीआर कांग्रेस के समय में बना। स्मार्ट सिटी में तीन साल में आया है। इससे संकेत है कि सीएम करनाल छोड़कर किसी ओर जगह पलायन कर दूसरी जगह से चुनाव लड़ें। नहीं तो मुख्यमंत्री घोषणा करे कि वह करनाल से चुनाव लडें। बस स्टैंड को शहर से बाहर कर दिया गया। व्यापारियों के बारे में की गई बात को लेकर सीएम ने माफी मांगनी चाहिए थी।