अब टेंशन मुक्त होकर कार्य करेंगे सरकारी बाबू
जागरण संवाददाता, करनाल : सरकारी बाबू अब टेंशन मुक्त होकर कार्य करेंगे। लघु सचिवालय में आने वाले लोगो
जागरण संवाददाता, करनाल : सरकारी बाबू अब टेंशन मुक्त होकर कार्य करेंगे। लघु सचिवालय में आने वाले लोगों को भी अब कोई परेशानी नहीं होगी। डीसी डॉ. जे गणेशन ने इसके लिए कवायद शुरू की है। उन्होंने कहा कि भविष्य में सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ आपसी तालमेल और सामंजस्य बनाए रखने के लिए प्राईवेट सेक्टर की तर्ज पर पारिवारिक माहौल तैयार किया जाएगा। साथ ही लोगों के मार्गदर्शन के लिए स्वयंसेवक नियुक्त किए जाएंगे। जो लोगों का मार्गदर्शन कर बताएंगे कि वह अपने कार्य के लिए किस अधिकारी से मिलें और उनका कार्य कैसे होगा। इसके साथ ही अब अधिकारियों व कर्मचारियों के परिवार के लोग भी किसी एक स्थान पर एकत्रित होकर अपनी सामाजिक बात कर सकेंगे। उनको ऐसे स्थान पर मिलाया जाएगा जहां अधिकारियों व कर्मचारियों के परिवार एक साथ बैठकर सामाजिक तरीके से मनोरंजन भी कर सकेंगे। उपायुक्त शनिवार को स्थानीय विकास भवन में जिला प्रशासन और स्वयंसिद्धा संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कर्मचारियों की एक दिवसीय कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि यह जानकारी दी। उपायुक्त ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य अधिकारियों व कर्मचारियों को तनाव मुक्त रखने के गुर सिखाना है। आज के समय में अपने कार्यालय को कॉरपोरेट सेक्टर की तरह बनाने की जरूरत है। आज हर व्यक्ति चाहता है कि उसका काम तुरंत हो और उसका समय ज्यादा खराब नहीं हो। इसके लिए जरूरत है कि हमें अपनी डयूटी और सौंपे गए कार्य के प्रति व्यवहार कुशल होना चाहिए। बेवजह तनाव कई बार हादसों का कारण बन जाता है। इसलिए जरूरत इस बात की है कि घर और दफ्तर में माहौल तनाव रहित होना चाहिए।
स्वयं सेवक करेंगे मार्गदर्शन
उपायुक्त ने सरकारी बाबूओं के साथ ही लोगों का भी ख्याल रखा है। उनकी टेंशन कम करने के लिए अब स्वयंसेवक नियुक्त किए जाएंगे। जो उनका मार्गदर्शन करेंगे। अब यदि कोई लघु सचिवालय में अपने काम को लेकर चक्कर काट रहा है तो वह समाज सेवी संस्थाओं और ऐच्छिक संगठनों की सहायता से नियुक्त स्वयं सेवक की सहायता ले सकेगा। ये स्वयंसेवक ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोगों के साथ-साथ कम पढे़-लिखे लोगों का कार्यालय संबंधी मार्गदर्शन करेंगे। डीसी ने कहा कि यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि आम लोगों का भी तनाव कम किया जा सके।
परेशान किया तो होगी कार्रवाई
डीसी ने ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों को सावधान किया जो बेवजह बाहर से सरकारी कार्यालयों में आने वाले लोगों को परेशान करते हैं। यदि कोई अधिकारी व कर्मचारी ऐसा करता पाया गया तो प्रशासन द्वारा उसके खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाएगा। अब देखने वाली बात यह है कि इस पर कितना अमल होता है। क्योंकि सरकारी बाबूओं से लोगों को अक्सर इस तरह की शिकायत रहती हैं।
ई लाइब्रेरी का किया निरीक्षण
कार्यशाला के बाद उपायुक्त ने पंचायत भवन में बन रहे ई-पुस्तकालय का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों को निर्देश दिए कि ई-पुस्तकालय का काम जल्द पूरा किया जाए। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त गिरीश अरोड़ा, एसडीएम करनाल राजीव मेहता, नगराधीश आशुतोष राजन व अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
प्रशासन का प्रयास है कि लोगों के साथ ही सरकारी कर्मचारियों को भी कोई परेशानी नहीं हो। कर्मचारी यदि टेंशन में रहेंगे तो सही कार्य नहीं कर सकेंगे। इसलिए ऑफिस के पारिवारिक माहौल बनाया जाएगा। सभी कर्मचारियों को अपनी डयूटी कर्तव्य-निष्ठा से निभानी चाहिए। सरकारी विभागों में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों को अपनी डयूटी के प्रति समर्पित होकर काम करने की जरूरत है। उनका समर्पण ही अपनी डयूटी के साथ-साथ समाज के प्रति सेवा का अहम योगदान है।
डॉ. जे गणेशन, उपायुक्त करनाल