छबील लगाकर बुझाई प्यास
संवाद सहयोगी, राजौंद : गुरु अर्जुन देव के शहीदी दिवस पर गुरुद्वारा ¨सघ सभा ने शीतल व मीठे पान
संवाद सहयोगी, राजौंद : गुरु अर्जुन देव के शहीदी दिवस पर गुरुद्वारा ¨सघ सभा ने शीतल व मीठे पानी की छबील लगाकर लोगों के लिए जल सेवा की गई। गुरुद्वारा के ग्रंथी सिमरणजीत ¨सह ने बताया कि पंचम पातशाह श्री गुरु अर्जुन देव का शहीदी पर्व संगत ने बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। उन्होंने बताया कि श्री गुरु अर्जुन देव जी की शहादत ज्येष्ठ सुदीप 1663 को लौहार (पाकिस्तान) में हुई। प्रात: काल सहज पाठ के भोग पड़े ओर ग्रंथी द्वारा गुरु अर्जुन देव के जीवन से संगत को अवगत कराया गया। इसके बाद गुरुद्वारा ¨सह सभा की प्रबंधक कमेटी व संगत ने गुरु अर्जुन देव की याद में मीठे पानी की छबील लगाकर लोगों की सेवा की। इसमें प्रबंधक कमेटी व संगत ने भरपूर सहयोग दिया। जल सेवा में लगे सेवादारों की सेवा देखते ही बनती थी। तपती दोपहर में भी नंगे पांव सेवादार वाहनों को रोककर मीठा व शीतल जल पिलाते देखे गए। जल सेवा में लगे कश्मीर ¨सह, अवतार ¨सह, हर¨वद्र, ¨सह, कश्मीर ¨सह, हरदीप ¨सह, अंग्रेज ¨सह, जसवंत ¨सह, रिषपाल ¨सह ने मीठे व शीतल जल की सेवा में भरपूर सहयोग दिया।
लंगर में ग्रहण किया प्रसाद
¨सह सभा गुरुद्वारा धौला दरवाजा ने सीवन में मीठे पानी की छबील लगाई और लंगर का आयोजन किया गया। गुरुद्वारा में रखे अखंड पाठ का भोग सुबह डाला गया। भाई जस¨वद्र ¨सह ने साध संगत को गुरु अर्जुन देव के जीवन के बारे में बताया। पूर्व विधायक बूटा ¨सह ने कहा कि जो कौम अपने शहीदों को भूला देती है वह कौम कभी तरक्की नहीं कर सकती है। हमें अपनी कौम के शहीदों का सम्मान करना चाहिए और उनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जाना चाहिए। इस अवसर पर सेवादारों ने छबील लगा कर आने जाने वाले राहगीरों को ठंडा व मीठा पानी पिलाया। दोपहर के समय बाबा नारायण दास सत्संग हाल में गुरु का अटूट लंगर लगाया गया। सेवा करने वालों में परमजीत ¨सह बग्गा, गुरमीत ¨सह, कर्मजीत ¨सह आर्य, जग्गा ¨सह, करनैल ¨सह, विक्की, रमेश ¨सह, गगन ¨सह, सिमरत पाल, जोनी शामिल थे।