विरोध के बीच ढहाई दर्जनभर दुकानें
जागरण संवाददाता, कैथल : रामनगर में मार्केट कमेटी की जमीन पर दुकानदारों द्वारा किए गए अि
जागरण संवाददाता, कैथल : रामनगर में मार्केट कमेटी की जमीन पर दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए शुक्रवार को प्रशासन ने एक बार फिर अभियान छेड़ दिया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में लोगों के विरोध प्रदर्शन के बावजूद टीम ने किसी की एक न सुनी और करीब दर्जनभर दुकानों को ढहा दिया। कार्रवाई के दौरान कुछ महिलाओं ने कई बार जेसीबी के आगे खड़े होकर टीम पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें मौके से खदेड़ दिया गया।
खास बात यह रही कि कोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन की टीम पांच दुकानों को गिराने के लिये आई थी, लेकिन मजबूरी के कारण गिरानी पड़ी लगभग दस-बारह दुकानें। लोगों ने कहा कि मंदिर तक पूरी लाइन की लगभग दो दर्जन दुकानें अवैध हैं। इसलिए पहले इन्हें गिराया जाए। इसके बाद टीम सख्त हो गई और वहां अवैध रूप से बनी दुकानों को ढहाने का काम शुरू कर दिया। सुबह लगभग 8 बजे ही मार्केट कमेटी के अधिकारी व कर्मचारियों ने तहसीलदार चांदी राम, कानून गो और पुलिस थाना शहर प्रभारी अशोक कुमार की मौजूदगी में जेसीबी के सहायता से अवैध कब्जा हटाने की कवायद में जुट गए।
इसके विरोध में कुछ दुकानदार व महिलायें पुलिस बल के साथ उलझ गए, ¨कतु और पुलिस बल मंगाने के कारण उनकी एक न चली। बल्लु, पंजाबों, संतोष, राजेश, मोनिका ने धमकी दी कि वे भी इन दुकानों के नीचे ही दबेंगी। इस पर कुछ समय के लिए कार्रवाई रोकनी पड़ी। थाना शहर प्रभारी अशोक कुमार ने पहले उनको समझा बुझाकर जेसीबी के आगे से हटाने का प्रयास किया, परन्तु बाद में पुलिस को अपना रुख सख्त करना पड़ा और महिलाओं व पुरुषों को पकड़ कर ले जाने के आदेश दिए। जब उन्हें जबरन पुलिस जिप्सी में बैठाया जाने लगा तो वे मान गए और फिर सभी अवैध दुकानों को ढहा दिया। हालांकि कुछ दुकानदारों ने हाईकोर्ट में चल रहे मामले के वे कागज भी दिखाये जिन पर कोर्ट की डबल बेंच द्वारा अपना पक्ष रखने के लिये 22 अगस्त की तारीख निश्चित की हुई है, लेकिन टीम ने इसे कोई तरजीह नहीं दी।
खोखे भी हटाये
एसडीएम कोर्ट के आदेश पर मार्केट कमेटी के अधिकारी पांच दुकानों को गिराने के लिए पहुंचे तो लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। उनका कहना था कि सड़क के दोनों ओर कई दुकानें हैं। यदि हमारी दुकाने अवैध हैं तो वे भी अवैध हैं। चूंकि वे प्रभावशाली लोगों की हैं, इसलिए उन पर कार्रवाई नहीं की जा रही। पहले बीच सड़क पर ही बनी कमेटी के जान पहचान वाले लोगों के खोखे नुमा दुकानों को हटाया जाए। काफी टाल मटोल करने के बाद टीम को आखिर इन दुकानों को भी ढहाना पड़ा।
पांच दुकानें गिराने के थे आदेश :
मार्केट कमेटी सचिव संजीव सचदेवा ने बताया कि कुल आठ दुकानों से अवैध कब्जा हटाने के आदेश एसडीएम कोर्ट से आये थे। इनमें से तीन दुकानों से पहले ही अवैध कब्जा हटवा लिया गया था। आज पांच दुकानों से अवैध कब्जा हटवाने के आदेश थे। कमेटी की 40 फुट लंबी तथा 35 फुट चौड़ी जमीन पर बने अवैध निर्माण को ढहाने के लिए दुकानदारों को पहले ही नोटिस जारी कर दिए गये थे।
देरी से पहुंची पुलिस
सुबह लगभग 8 बजे मौके पर पहुंचते ही कमेटी के अधिकारी, कानून गो ने पुलिस बल की मांग कर दी थी, लेकिन इसके दो घंटे बाद ही एसआइ राम भजन भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। कमेटी के अधिकारियों ने उनसे अवैध कब्जे हटवाने के लिए कार्य शुरू करने को कहा तो उन्होंने बताया कि उनके मुखिया थाना शहर प्रभारी महिला पुलिस कर्मियों के साथ आ रहे है। यदि महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा तो उनसे महिला पुलिस ही निपट सकती है। इस पर मार्केट कमेटी सचिव की गाड़ी का ड्राइवर धूप ¨सह पुलिस से उलझ गया और कहां कि कमेटी के ही कर्मी अवैध कब्जा हटवा लेंगे।
22 को भी ढहाई थी तीन दुकानें
22 जुलाई को भी रामनगर में मंडी की सड़क के साथ लगती तीन दुकानों को ढहाया गया था। पांच दुकानदारों को दुकान खाली करने के लिये एक सप्ताह का समय दिया गया था जिनमें बलबीर सैनी, राय ¨सह सैनी, बलवंत सैनी की दुकान शामिल थी।
नहीं है कोर्ट का स्टे
एसडीएम मनदीप कौर ने बताया कि अवैध कब्जे हटवाने के सरकार के आदेश हैं। दुकानदारों के पास कोर्ट का स्टे नहीं है और मात्र मामला ही कोर्ट में है।