चाकू की नोक पर लूट को दिखाया चोरी
प्रदीप ढुल, कैथल: हाइवे पर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह की गिरफ्तारी ने पुलिस प
प्रदीप ढुल, कैथल: हाइवे पर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह की गिरफ्तारी ने पुलिस प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। पूरे मामले में कलायत थाना पुलिस की लापरवाही व घटना को छिपाते हुए तोड़ मरोड़ कर कमजोर केस दर्ज करने का मामला सामने आया है। पुलिस अधीक्षक सुमेर प्रताप ¨सह व कलायत थाना पुलिस द्वारा बताए गए तथ्य एक दूसरे की विपरीत है। कलायत पुलिस ने इस मामले को साधारण चोरी का नाम दिया था, जबकि बदमाशों के पकड़े जाने के बाद अब लूट की वारदात बताई जा रही है। पता चला है कि इस घटना के बाद पुलिस ने मामले को रफा दफा करने का भी प्रयास किया। इस कारण लूट के तीन दिन बाद भी चोरी का ही केस दर्ज हो सका था।
बॉक्स-1
22 लाख की लूट को दिखाया चोरी-
नौ अक्टूबर को कलायत पुलिस ने ट्रक ड्राइवर ओमप्रकाश की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 379 के तहत चोरी का केस दर्ज किया था। पुलिस के अनुसार ट्रक ड्राइवर ओमप्रकाश ट्रक में रिफाइंड लोड करके गुजरात से चंडीगढ़ जा रहा था। रात नौ बजे वह कलायत के पास एक ढाबे में खाना खाने के लिए रुका। खाना खाकर वापस आया तो ट्रक चोरी हुआ मिला। पुलिस ने चोरी हुए ट्रक व रिफाइंड की कीमत 21 लाख 86 हजार रुपये आंकते हुए मामले की जांच एएसआइ गुरुदेव ¨सह को सौंपी थी। जबकि पुलिस अधीक्षक ने चाकू के बल पर ट्रक की लूट की जानकारी दी। केस से धारा 379 हटाकर धारा 395 में बदल दिया है।
बॉक्स-2
पुलिस अधीक्षक ने माना हुई थी लूट
पुलिस अधीक्षक सुमेर प्रताप ¨सह ने बताया कि ट्रक ड्राइवर के साथ लूट हुई थी। आरोप है कि बोलेरो गाड़ी में सवार बदमाशों ने पहले तो ट्रक की रेकी की और उसके बाद कलायत के पास बने एक ढाबे के नजदीक ट्रक के सामने बोलेरो गाड़ी खड़ी कर ट्रक का रास्ता रोक लिया। गाड़ी में पांच-छह युवक सवार थे, जिन्होंने स्वयं को सेल टैक्स विभाग से बताते हुए ड्राइवर को सामान की बिल्टी दिखाने के लिए बोला। ड्राइवर बिल्टी दिखाने लगा बदमाशों ने चाकू के बल पर ट्रक लूट लिया। उन्होंने ड्राइवर की आंखों पर पट्टी बांधकर उसे गाड़ी में डाल लिया। रात एक बजे बदमाशों ने बला गांव के पास ड्राइवर को एक खंभे से बांधा और फरार हो गए। लूटा गया सामान गोदाम में रखने के बाद उन्होंने ट्रक को भी सुनसान जगह पर छोड़ दिया। केस की गंभीरता देखते हुए पुलिस ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच टू प्रभारी इंस्पेक्टर विमल कुमार को सौंपी थी।