सिविल अस्पताल में सिटी स्कैन की सुविधा शीघ्र
जागरण संवाददाता, कैथल : जिला नागरिक अस्पताल में जल्द ही सिटी स्कैन की सुविधा मरीजों को मि
जागरण संवाददाता, कैथल :
जिला नागरिक अस्पताल में जल्द ही सिटी स्कैन की सुविधा मरीजों को मिलेगी। इसके लिए रूम तैयार किया जा रहा है। जून माह से सेवाएं शुरू होने की उम्मीद है। यह कहना कार्यकारी ¨प्रसिपल मेडिकल ऑफिसर (पीएमओ) डॉ. ओमप्रकाश का। उन्होंने कहा कि अब अस्पताल में बेडों की कोई कमी नहीं रहेगी। सीएमओ कार्यालय पुराना अस्पताल में शिफ्ट होने के बाद अब अस्पताल 200 बेडों का हो गया है। जहां सीएमओ कार्यालय था, वहां बेड लगा दिए हैं।
दैनिक जागरण के प्रतिनिधि सुरेंद्र सैनी ने अस्पताल में चिकित्सकों कमी व अन्य सुविधाओं को लेकर उनसे बातीचत की। पेश है बातचीत के अंश :
जीवन परिचय
नाम : ओमप्रकाश
पद - पीएमओ
योग्यता - एमबीबीएस, एमडी एनसथीसिया
जन्मतिथि - 17 मई 1963
सवाल : अस्पताल में पिछले दो-ढाई सालों से अल्ट्रासाउंड सेवाएं ठप हैं। गर्भवती महिलाओं को दिक्कत आ रही है।
जवाब : इस बारे में उच्चाधिकारियों को लिखा हुआ है। अभी तक कोई रेडियोलॉजिस्ट नहीं मिला है। जैसे ही कोई रेडियोलॉजिस्ट मिलता है तो ये सेवाएं शुरू कर दी जाएगी।
सवाल : अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के चलते मरीजों को दिक्कत आ रही है। स्वीकृत पद 43 हैं, लेकिन 16 चिकित्सक ही कार्यरत हैं।
जवाब : हां चिकित्सकों की काफी कमी है। अब तीन रिटायर्ड चिकित्सक विभाग को मिले हैं। कुछ हद तक राहत मिली है। चिकित्सकों के खाली पड़े पदों को लेकर विभाग को पत्र लिखा हुआ है।
सवाल : काला पीलिया के मरीज तो जिले में दस हजार हैं, लेकिन दवाई अभी तक 250 मरीजों की ही पहुंची हैं। ऐसा क्यों
जवाब : काला पीलिया के मरीजों को अस्पताल में तीन दिन बुलाया जाता है। रजिस्ट्रेशन के बाद दवाई के लिए डिमांड भेजी जाती है। अब 700 मरीजों की दवाई शुरू करने के लिए डिमांड भेजी है। जैसे ही दवाई आएगी तो मरीजों के मोबाइल पर कॉल कर बुलाया जाएगा।
सवाल : गायिनी वार्ड में गर्भवती महिलाओं को सुविधाएं नहीं मिल रही है। पिछले सप्ताह एक महिला की डिलीवरी टॉयलेट में हुई थी।
जवाब : टायलेट में महिला की डिलीवरी होने के मामले को लेकर एसएमओ रेनू चावला की अध्यक्षता में टीम बनाकर जांच करवाई जा रही है। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वहीं गायिनी वार्ड में कार्यरत स्टाफ को किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद कोई अपने कार्य में ढिलाई बरता रहा है तो यह सहन नहीं की जाएगी।
सवाल : अस्पताल में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। पोस्टमार्टम हाउस के बाहर ही डस्टबिन गंदगी से ओवरफ्लो रहते हैं। शौचालय भी साफ नहीं है।
जवाब : ऐसा नहीं है, नियमित रूप से साफ-सफाई को लेकर निरीक्षण किया जाता है। पोस्टमार्टम हाउस के बाहर जो डस्टबिन रखे हुए हैं वे टूटे हुए हैं। नगर परिषद को इस बारे में पत्र भी लिखा जा चुका है।