जेल में कैदियों को पढ़ाया अध्यात्म का पाठ
जागरण संवाददाता, कैथल दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से मकर संक्राति के उपलक्ष्य पर जिला जे
जागरण संवाददाता, कैथल
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से मकर संक्राति के उपलक्ष्य पर जिला जेल में धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तहत आशुतोष महाराज के शिष्य अभेदानंद व स्वामी योगशांद ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कैदियों व बंदियों को बताया कि कैसे स्वामी विवेकानंद पूरे संसार के लिए एक आदर्श बने। उन्होंने न केवल सत्य एवं अध्यात्म का प्रचार किया बल्कि अपने जीवन में उसको चरितार्थ करके पूरी मानव जाति को प्रेरणा दी। भारत सहित पूरी दुनिया में घूमकर स्वामी विवेकानंद ने सत्य का प्रचार किया। उन्होंने कहा कि एक मनुष्य के जीवन की दशा तब तक नहीं बदल सकती जब तक उसकी दिशा सही नहीं होगी। आज के मानव दशा में सुधार क्यों नहीं है? क्यों वह अपने जीवन को बदल पा रहा है? इसका कारण एक ही है कि ऐसे मनुष्य को सही दिशा देने वाला सदगुरु नहीं मिला है। जब तक इंसान के जीवन में एक पूर्ण गुरू का आगमन नहीं होता तब तक उसकी दिशा सही नहीं हो सकती। इसलिए इंसान अपनी दिशा सुधारना चाहता है तो उसे एक पूर्ण सतगुरू के शरणागत होकर उस सत्य को जानना पड़ेगा। स्वामी विवेकानंद ने पूर्ण गुरु के शरणागत होकर ही सही दिशा प्राप्त की और पूरे विश्व को सही दिशा दिखाई। इस अवसर पर जेल अधीक्षक राजकुमार शर्मा व उप जेल अधीक्षक डीएसपी सुरेंद्र मौजूद रहे।