नप चेयरमैन चुनाव में चला धनबल और बाहुबल: रणदीप
जागरण संवाददाता, कैथल: कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी विधायक रणदीप ¨सह सुरजेवाला ने कहा कि नगर
जागरण संवाददाता, कैथल: कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी विधायक रणदीप ¨सह सुरजेवाला ने कहा कि नगर परिषद के चुनाव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने धनबल और बाहुबल का प्रयोग करके एक-एक पार्षद को अपने उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने के लिए कहा। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला भी सरकार की शक्तियों का प्रयोग करते हुए पार्षदों को अपनी राय व्यक्त करने से रोकते रहे। इतना ही नहीं पार्षदों को चंडीगढ़ बुलाकर मुख्यमंत्री ने सरकारी आवास में खाना खिलाया और साम-दाम-दंड भेद का प्रयोग करके पार्षदों को अपने पक्ष में करने की कोशिश की। वे ढांड रोड स्थित अपने निवास किसान भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
सुरजेवाला ने कहा कि यह मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता कि वे इस नगर परिषद के चुनाव में ऐसे हथकंडे अपनाते हैं। पार्षद मोहन लाल शर्मा प्रधान पद के उम्मीदवार थे, क्योंकि वे चाहते थे कि वे प्रधान बन कर शहर के विकास के लिए काम करें। साजिश के चलते वे मात्र दो वोटों से रह गए और उपप्रधान पद के लिए कांग्रेस समर्थित डॉ.पवन थरेजा चुनाव जीत गए। उन्होंने कहा कि उनके 10 साल के कार्यकाल में विकास के लिए इनेलो और भाजपा सहित अन्य किसी भी दल ने जब कोई भी सुझाव दिया, उसको मानकर काम करवाया गया। उन्होंने शहर में हर वर्ग की चौपाल, सड़क, पानी, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं देकर आमजन का जीवन स्तर ऊंचा उठाया ओर जो पैसा उन्होंने अधूरे पड़े विकास कार्यों के लिए पैसा दिया था, वह मुख्यमंत्री ने वापस ले लिया। विकास कार्य आज भी अधूरे पड़े हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि शहर में बिजली नहीं आती और लोग इस गर्मी में जीवन यापन करने को मजबूर हैं। कर्मचारियों को उनका हक मांगने के लिए एस्मा जैसा काला कानून लगाना ¨नदनीय एवं सरकार का तानाशाही कदम है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील भी की कि वे शहर से भेदभाव ना करके पार्टी से ऊपर उठकर विकास कार्यो के लिए धनराशि उपलब्ध करवा करवाएं।