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बिजली के बढ़े दामों में विरोध में मजदूर यूनियन का सांकेतिक धरना

जागरण संवाददाता, कैथल अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन की जिला कमेटी के सदस्यों ने बिजली के बढ़े हुए

By Edited By: Published: Fri, 09 Oct 2015 07:19 PM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2015 07:19 PM (IST)
बिजली के बढ़े दामों में  विरोध में
मजदूर यूनियन का सांकेतिक धरना

जागरण संवाददाता, कैथल

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अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन की जिला कमेटी के सदस्यों ने बिजली के बढ़े हुए दामों को लेकर लघु सचिवालय में सांकेतिक धरना दिया। इसकी अध्यक्षता सीताराम नरड़ ने की। संचालन कामरेड प्रेम चंद ने किया।

कामरेड प्रेम चंद ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार जन विरोधी नीतियों को लागू कर रही है व पूंजीपतियों के हित में नीतियां बना रही है। सरकार की नीतियों के चलते महंगाई व बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। ऐसे में मजदूरों का जीवन यापन करना कठिन हो गया है। सत्ता में आने से पहले भाजपा ने महंगाई पर रोक लगाने का वादा किया था। लेकिन एक साल के बाद भी सरकार मंहगाई पर रोक लगाने में नाकामयाब साबित हो रही है। सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं के भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आए है।

गरीब किसान खेत मजदूरों के द्वारा मनरेगा के तहत पंजीकरण करवाने व काम दिए जाने को लेकर कई बार अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन समस्याओं का समाधान आजतक नहीं हुआ। मजदूर के पास पहले ही से काम नहीं है। बड़ी मुश्किल से दिहाड़ी कर अपने बच्चों का पेट पाल रहा है। लेकिन उसके बाद सरकार ने बिजली के बिलों मे बेतहासा वृद्धि कर लोगों के सामने दिक्कतें पैदा कर दी है। बिजली के दामों को घटाया जाए।

इस अवसर पर डीवाइएफआइ के नेता कुलदीप सिंह, भवन निर्माण यूनियन के संयोजक रमेश फर्श माजरा, लाल झंडा भट्ठा मजदूर यूनियन के प्रधान नरेश रोहेड़ा, किसान नेता सुरेंद्र पोलड़ ने धरने पर बैठे लोगों को संबोधित किया। अपनी मांगों का ज्ञापन नायाब तहसीलदार को सौंपा गया। यूनियन सदस्यों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मांगों को नहीं माना गया तो 15 नवम्बर से लघु सचिवालय में क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की जाएगी।


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