घरों में घुसा गंदा पानी, लोग बेहाल
जागरण संवाददाता, कैथल सरकार एक ओर स्वच्छ हरियाणा बनाने के दावे कर रही है, लेकिन कैथल में अपनी अलग
जागरण संवाददाता, कैथल
सरकार एक ओर स्वच्छ हरियाणा बनाने के दावे कर रही है, लेकिन कैथल में अपनी अलग से पहचान रखने वाले गांव बालू में गंदे पानी की निकासी न होने के कारण ग्रामीण परेशान है। गांव की पट्टी गादड़ के क्षेत्र में गंदे पानी की निकासी न होने के कारण गंदा पानी गलियों के अलावा लोगों के मकानों में घुसा हुआ है। इसके कारण लोगों का जीना हराम हो चुका है। ग्रामीणों ने उपायुक्त केएम पांडूरंग को दी अपनी शिकायत में कहा कि पट्टी गादड़ में बिना बरसात के ही गलियों में पानी खड़ा रहता है। इसके कारण स्कूल जाने वाले बच्चों को गंदे पानी से निकलकर स्कूल जाना पड़ता है।
ग्रामीणों के मुताबिक गर्मी व सर्दी के मौसम में इस क्षेत्र में मच्छरों की भरमार रहती है। मच्छरों के कारण लोगों को मलेरिया जैसी बीमारी होना आम बात हो गई है। उन्होंने कहा कि वैसे तो सरकार ने गांव को आदर्श गांव बनाने के लिए मुहिम छेड़ी है, लेकिन लोग इस प्रकार की समस्या से उनको निजात दिलवाने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है। गांव की गलियों में आने जाने का रास्ता भी पूरी तरह से बंद गया है। लोगों को जगह न मिलने के कारण गलियों के दोनों ओर गोबर डालने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
ग्रामीण महिला गुरदेई, बाला, मूर्ति, रोशनी, सरबती, राजपती, सोना ने कहा कि उनके लिए यहां पर जीना नारकीय बनता जा रहा है। उन्होंने बताया कि यदि कोई देर रात गलियों से गुजरता है उसको गंदे पानी से निकलना दूभर हो जाता है। कई बार बच्चे भी इस गंदे पानी में गिर जाते है। जिसके कारण उनकी पुस्तकें व वर्दी भी खराब हो जाती है।
उन्होंने यह भी कहा कि जब भी कोई अधिकारी गांव में किसी कार्य को लेकर आता है तो लोग केवल इसी समस्या को उनके सामने रखते है, लेकिन उनको आश्वासन देकर गांव से चले जाते है। ग्रामीण राजू, सुलतान, गुरुदेव सिंह, सुरेश, पोला राम फौजी ने कहा कि वह इस समस्या को लेकर चुनावों के दिनों में इस मांग को उठाते है, लेकिन इसके बावजूद भी उनकी कोई समस्या हल नहीं करता है। उन्होंने उपायुक्त से मांग करते हुए कहा कि गांव में मौका करके उनकी समस्या को तुरंत दूर किया जाएगा।