महिलाओं ने स्कूल अपग्रेड कराने को उपायुक्त से लगाई गुहार
जागरण संवाददाता, कैथल बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ सरकार की योजना कई जगहों पर सरकार की अनदेखी का शिकार हो
जागरण संवाददाता, कैथल
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ सरकार की योजना कई जगहों पर सरकार की अनदेखी का शिकार हो रही है। गांव तितरम की महिलाओं ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना को सही मायने में लागू किये जाने की गुहार कैथल के उपायुक्त केएम पांडुरंग से की है।
महिलाओं ने कहा कि उनके गांव में लड़कियों का दसवीं कक्षा तक का स्कूल है, जिसमें गांव की काफी लड़कियां शिक्षा ग्रहण कर रही है। मात्र दसवीं पास करने के बाद लड़कियों को घर पर ही रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जबकि वे उच्च स्तर की शिक्षा ग्रहण करना चाहती है। ग्राम पंचायत की पंच संतरों देवी ने कहा कि सरकार बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ के लिए भू्रण हत्या रोकने, लड़कियों को शिक्षित करने पर जोर लगा रही है, लेकिन सरकार खुद ही इस मुहिम में रोड़ा बनी हुई है।
ग्रामीणों ने कई बार गांव में दसवीं के स्कूल को अपग्रेड करवाने के लिए जिला प्रशासन एवं सरकार के सामने यह मांग रखी, लेकिन इसके बावजूद भी सरकार कुछ नहीं कर रही है। गांव की लड़कियों को कक्षा दसवीं की परीक्षा देने के बाद अपने घर पर ही रहती है। जबकि वह अच्छे अंक लेकर भी आगे शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रही है।
ओमी देवी, कृष्ण देवी, किताबो व बाला ने कहा कि वह खुद अनपढ़ है, लेकिन अपनी बेटियों को अच्छी शिक्षा ग्रहण करवाना चाहती है। सरकार केवल योजनाएं चलाकर कागजों तक समेटकर अपनी चुप्पी साध लेती है।
महिला राजो, भतेरी, शांति देवी ने कहा कि गांव की लड़कियों को शहर में शिक्षा ग्रहण करवाने के लिए परिवार के लोग भी कतराते है, क्योंकि शहर तक पहुंचने के लिए उनको प्राइवेट व रोडवेज की बसों का सहारा लेना पड़ता है। सुबह कालेज व स्कूल के समय बसों में इतनी भीड़ होती है कि छात्राओं को शहर में जाने के लिए काफी जिदोजहद करनी पड़ती है।
चेला राम व बलदेव सिंह ने कहा कि गांव में यदि स्कूल का दर्जा बढ़ा दिया जाए तो गांव तितरम के अलावा आसपास गांव की लड़कियां भी यहां पर उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए दाखिला ले सकती हैं।