बेअसर साबित हो रहे खरपतरवारनाशक
संवाद सहयोगी, ढाड : घटिया किस्म की खरपतवार नाशक दवाइया किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। किस
संवाद सहयोगी, ढाड : घटिया किस्म की खरपतवार नाशक दवाइया किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। किसान राजपाल, बलकार सिंह, राजू, महेद्रपाल, वेदप्रकाश, बलजीत ने बताया कि उन्होंने दुकान से खरपतवार नाशक महगे दामों पर खरीदकर दो-दो बार खेतों में छिड़काव कर चुके है। लेकिन खरपतवारनाशक दवाई की क्वालिटी घटिया किस्म की होने से खेतों में मंडूसी ज्यों की त्यों खड़ी है। इससे गेहूं की फसल में काफी नुकसान हो रहा है और पैदावार गिरावट आने की संभावना बनी हुई है।
किसानों का आरोप है कि कृषि विभाग की मिलीभगत के चलते दवाई विक्रेता घटिया किस्म की दवाई बेच कर किसानों को चूना लगा रहे हैं। किसानों को पहले से ही धान के मंदे भावों के चलते काफी घाटा सहन करना पड़ा। रही सही कसर घटिया किस्म की दवाईयों ने निकाल दी है। इससे किसान भुखमरी के कगार पर पहुच गया है।
किसानों का कहना है उन्होंने जब पहली बार दवाई का छिड़काव किया तो मंडूसी पर दवाई का कोई भी असर नही हुआ। इससे परेशान होकर मजबूरी में दूसरी बार दवाई का छिड़काव करना पड़ा। लेकिन फिर भी दवाई का मंडूसी पर कोई असर नही हुआ और तीसरी बार दवाई का छिड़काव करने में लगे हुए है ताकि गेहू की फसल को मंडूसी छुटकारा मिल सके।
किसानों का कहना है कि अगर समय रहते कृषि विभाग सभी दवाई विक्रेताओं की दुकानों से इमानदारी से सैम्पल भर कर उनकी जाच करे तो किसानों को इतना भारी भरकम नुकसान नही सहना पड़ता। किसानों ने जिला प्रशासन से माग की है कि घटिया किस्म की खरपतवार नाशक दवाई बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
की जाती है छापेमारी
कृषि विभाग के उपनिदेशक रोहताश सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा समय-समय पर दवाई विक्रेताओं की दुकानों से दवाइयों के सैम्पल लेकर जाच के लिए भेजे जाते रहे है। अगर दुकानदारों द्वारा घटिया किस्म की दवाई बेची जा रही है तो जल्दी ही दुकानों से दवाइयों के सैम्पल लेकर जाच के लिए भेजें जाएंगे। अगर दवाई जाच में सही नही पाई जाती तो घटिया किस्म की दवाई बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।