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बृहस्पतिवार रहा अब तक का सबसे ठंडा दिन

जागरण संवाददाता, कैथल : बृहस्पतिवार को मौसम में हुए बदलाव के चलते शीत हवा चलने से ठंड बढ़ गई है। ठंड

By Edited By: Published: Thu, 18 Dec 2014 07:58 PM (IST)Updated: Thu, 18 Dec 2014 07:58 PM (IST)

जागरण संवाददाता, कैथल : बृहस्पतिवार को मौसम में हुए बदलाव के चलते शीत हवा चलने से ठंड बढ़ गई है। ठंड बढ़ने के कारण हर कोई चादर में लिपटा हुआ नजर आ रहा है। दिनभर सूर्य देव के दर्शन न होने से लोग ठंड से बचने के लिए अलाव सेकते हुए नजर आए। मौसम को देखते हुए ठंड और बढ़ सकती है। वहीं यह मौसम गेहूं की फसल के लिए लाभदायक साबित हो रहा है।

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सुबह से ही हवा चलने के कारण लोगों की आवाजाही बाजारों में कम नजर आई। सुबह स्कूलों में सफर करने वाले छोटे-छोटे बच्चे भी ठंड में ठिठुरते नजर आए। इस मौसम में ज्यादातर छोटे बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी और बाजारों में भी ठंड का प्रकोप होने के कारण ग्राहकों की कमी दिखाई दी। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी कम नजर आई। ठंड से बचने के लिए जहां लोग गर्म कपड़ों व चादर में लिपटे हुए नजर आए वहीं अलाव सेकते हुए भी लोग दिखाई दिए। शीत हवाओं के कारण ठिठुरन बढ़ने के कारण लोगों की भी दिक्कतें बढ़ गई है। पशु पालकों को इस मौसम में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। धूप न निकलने के कारण लोग घरों में ही दुबके हुए नजर आए। वहीं चाय की दुकानों व रेहडियों सहित अन्य गर्म खाद्य पदार्थो की मांग भी इस मौसम में बढ़ गई है।

वाहनों की रफ्तार पर पड़ा असर

शीत हवाओं के कारण बढ़ी ठंड के चलते लोगों की दिक्कत बढ़ गई है। सुबह के समय दो पहिया वाहनों पर सफर करने वाले चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह के समय धुंध शुरू होने पर वाहनों की रफ्तार पर भी असर पड़ा है।

शीत हवाओं के कारण तापमान में आई कमी : वर्मा

कैथल कृषि विज्ञान केंद्र के विज्ञानी रमेश वर्मा ने बताया कि मौसम में परिवर्तन होने से शीत हवाएं शुरू हो गई है। शीत हवाओं के कारण तापमान में कमी आई है। कैथल का अधिकतम तापमान 15.3 व न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम को देखते हुए ठंड और बढ़ सकती है। इस मौसम में गेहूं की फसल को सबसे ज्यादा फायदा है।


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