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प्रदेश में 12 जगह चलेंगे सांकेतिक धरने, बाकी सभी जगहों पर समाप्त

जागरण संवाददाता, जींद : प्रदेश में बृहस्पतिवार से 12 स्थानों पर केवल सांकेतिक धरने चलेंगे, ि

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Mar 2017 08:52 PM (IST)Updated: Wed, 22 Mar 2017 08:52 PM (IST)
प्रदेश में 12 जगह चलेंगे सांकेतिक धरने, बाकी सभी जगहों पर समाप्त
प्रदेश में 12 जगह चलेंगे सांकेतिक धरने, बाकी सभी जगहों पर समाप्त

जागरण संवाददाता, जींद : प्रदेश में बृहस्पतिवार से 12 स्थानों पर केवल सांकेतिक धरने चलेंगे, जिन पर कमेटी के लोग बैठेंगे। बाकी सभी स्थानों पर बुधवार को धरने समाप्त हो गए हैं। धरनों पर बैठकर कमेटी के पदाधिकारी सरकार के साथ दिल्ली में हुए समझौते के अनुसार पुलिस मुकदमों व विभिन्न मामलों में कागजी कार्रवाई करेंगे।

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बुधवार को अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक धरने पर पहुंचे और महिला व पुरुषों की भारी संख्या में भीड़ का आभार जताते हुए कहा कि वे अब घर पर रहकर अपने जरूरी काम निपटाएं, 26 मार्च तक केवल सांकेतिक धरने चलेंगे। प्रदेश में 29 जनवरी से 29 स्थानों पर धरने चल रहे थे, जिनमें 17 धरने खत्म हो गए हैं।

उन्होंने कहा कि 19 मार्च को दिल्ली में सरकार के साथ समझौता होने के बाद आंदोलन बढ़ा है और पहले की तुलना में धरनों पर ज्यादा भीड़ आ रही है। कमजोरी में कोई समझौता नहीं हुआ है। संघर्ष और लड़ाई कभी खत्म नहीं होती। अब तरक्की की लड़ाई है, जो पढ़ाई से पूरी होगी। जो मांगें सरकार ने मानी हैं, ये तभी साकार होंगी, जब हमारे युवा हर कंपनी में बड़े-बड़े पदों पर होंगे।

तो सीधे दिल्ली कूच करेंगे

उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने दोबारा मांगों को लेकर कोई आनाकानी की तो धरने देने की जरूरत नहीं है, सीधे दिल्ली कूच करेंगे। इस बार दिल्ली कूच के लिए 50 दिन नहीं 50 घंटे लगेंगे। उन्होंने धरने पर पहुंचे महिला व पुरुषों से आह्वान किया कि धरने में भारी संख्या में पहुंचकर जो एकजुटता दिखाई है, उसी का नतीजा है कि सरकार मांगें मानने को राजी हुई है। अब धरनों पर आने के बजाय घर रहकर अपने खेत व बाकी काम संभालें।

कागजी कार्रवाई चल रही

अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय महासचिव अशोक बल्हारा ने कहा कि मांगों को लेकर सरकार के साथ जो समझौते हुए हैं, उसके लिए कागजी कार्रवाई चल रही है। इसके साथ ही सरकार के साथ लगातार कमेटी की बातचीत चल रही है। साथ ही कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है, जिसमें मजबूती से पक्ष रखा जा रहा है।

नहीं उखाड़े टेंट

उन्होंने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती, टेंट नहीं उखाड़े जाएंगे। धरने पर ज्यादा भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन भी सतर्क रहा और खुद एसपी शशांक आनंद व्यवस्था संभालने के लिए देवीलाल चौक पर मौजूद रहे।

कुछ भाजपा नेता मुख्यमंत्री बनने की सोच रहे हैं

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला पर नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए यशपाल मलिक ने कहा कि फतेहाबाद में बीजेपी नेताओं ने दंगे भड़काने की साजिश रची। ऐसा करके कुछ नेता मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। पुलिस प्रशासन द्वारा बहू-बेटियों के साथ दु‌र्व्यवहार किया गया। एसपी व डीएसपी ने भी गैर जिम्मेदाराना तरीके से कार्रवाई की, जिसकी उनके पास वीडियो पहुंच चुकी है।

ईक्कस धरने पर 54 लाख से ज्यादा हुए खर्च

अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के जिला प्रधान वीरभान ढुल ने मंच से चंदा राशि व खर्च का ब्यौरा दिया। उन्होंने कहा कि 21 मार्च तक कमेटी के पास समाज की तरफ से लगभग 96 लाख रुपये का चंदा आया है, जिसमें से 54 लाख रुपये खर्च हुए हैं। कमेटी के पास करीब 42 लाख रुपये बचे हुए हैं, जिसका कमेटी गांव-गांव जाकर समाज के लोगों को हिसाब देगी। उन्होंने कहा कि ईक्कस सांकेतिक धरने पर केवल कमेटी के लोग ही बैठेंगे।

जींद-हांसी मार्ग रहा बंद

ज्यादा संख्या में धरने पर भीड़ पहुंचने की वजह से दोपहर को जींद-हांसी मार्ग बंद हो गया। धरनास्थल पर जगह कम पड़ने के कारण लोग सड़कों पर बैठ गए। इस कारण वाहनों को बीड़ के ऊपर से बाईपास होते हुए हांसी व हिसार के लिए निकाला गया।


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