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स्वर्ण जयंती बाल दूध योजना में भागीदार बनेगा जींद

जागरण संवाददाता, जींद : आगामी 1 नवंबर को प्रदेश के 50 साल पूरे होने पर सरकार की ओर से

By Edited By: Published: Sat, 30 Jul 2016 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 30 Jul 2016 03:00 AM (IST)
स्वर्ण जयंती बाल दूध योजना में भागीदार बनेगा जींद

जागरण संवाददाता, जींद : आगामी 1 नवंबर को प्रदेश के 50 साल पूरे होने पर सरकार की ओर से स्वर्ण जयंती बाल दूध योजना की शुरुआत की जाएगी। इसमें जींद जिले की भी अहम भागीदारी होगी। योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकारी स्कूलों में सप्लाई किया जाने वाला दूध का पाउडर जींद के वीटा मिल्क प्लांट में तैयार किया जाएगा। सूत्रों की माने तो स्वर्ण जयंती समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने की संभावना है। जींद में भी इस जयंती समारोह के आयोजन को लेकर अटकलों का दौर चल रहा है।

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सरकार की ओर से हाल ही में सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील के तहत बच्चों को दूध दिए जाने का निर्णय लिया था। शिक्षा विभाग ने भी इससे संबंधित जानकारी मांगी थी। अब सरकार ने प्रदेश के 50 साल पूरे होने पर 1 नवंबर को स्वर्ण जयंती बाल दूध योजना शुरू करने का निर्णय लिया है। योजना को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी हरी झंडी दे दी है।

200 मिलीलीटर प्रतिदिन

इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों के बच्चों को 200 मिली लीटर प्रतिदिन दूध उपलब्ध करवाया जाएगा। इस योजना की जिम्मेदारी जींद के वीटा मिल्क प्लांट के साथ-साथ सिरसा वीटा प्लांट को दी गई है। हालांकि जींद का प्लांट सिरसा से बड़ा है।

10 एमटी प्रतिदिन पाउडर तैयार

जींद के वीटा प्लांट में दूध का पाउडर बनाने का काम पहले से ही किया जा रहा है। जींद के प्लांट की ओर से प्रतिदिन 10 एमटी दूध का पाउडर तैयार कर डिमांड के अनुसार अन्य 5 यूनिटों पर सप्लाई किया जाता है। दूध की सप्लाई के अनुसार भी प्लांट से पाउडर तैयार किया जाता है।

खरीदी जाएंगी मशीनें

सरकार द्वारा इन दोनों प्लांट से सरकारी स्कूलों के बच्चों को फ्लेवर मिल्क देने की योजना है। यदि ऐसा हुआ तो उसी के अनुसार नई मशीनों की खरीद की जाएगी। बताया जा रहा है कि इस योजना पर लगभग एक करोड़ रुपये का बजट जारी किया जाएगा। यह दूध भी बच्चों की रुचि व टेस्ट को ध्यान में रखकर चॉकलेट, वनीला आदि अलग-अलग फ्लेवरों में तैयार किया जाएगा।

जींद में हो चुकी है टे¨स्टग

बताया जा रहा है कि फ्लेवर मिल्क की टे¨स्टग का काम जींद में हो चुका है। प्लांट की ओर से पिछले दिनों जींद के लोको स्थित एक स्कूल में इसका टेस्ट किया गया था। बच्चों को यह काफी पसंद आया था। इसके बाद ही इस योजना पर काम शुरू किया गया।

मध्यप्रदेश में लागू योजना

सरकार द्वारा लागू की जा रही यह योजना मध्यप्रदेश में भी जारी है। इसकी पूरी प्रक्रिया जानने के लिए जींद के वीटा प्लांट के अधिकारी भोपाल गए हैं, ताकि किसी प्रकार की कमी न रह जाए।

मिल चुके हैं निर्देश

वीटा मिल्क प्लांट के सीईओ बलजीत ¨सह नैन ने बताया कि दूध से पाउडर तैयार कर सरकारी स्कूलों में सप्लाई की योजना सरकार की है। इसके लिए दिशा-निर्देश मिल चुके हैं। इस प्रोसेस को जानने के लिए अन्य अधिकारियो के साथ भोपाल आए हुए हैं।


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