प्रशासन के सहयोग बिना खुद निकलवाया तालाब से गंदा पानी
संवाद सहयोगी, अलेवा : जिला प्रशासन की उदासीनता के बाद ग्रामीणों ने दैनिक जागरण के तालाबों की तलाश अभ
संवाद सहयोगी, अलेवा : जिला प्रशासन की उदासीनता के बाद ग्रामीणों ने दैनिक जागरण के तालाबों की तलाश अभियान को लेकर कमर कस ली है। खांडा गांव में पंचायत ने जिला प्रशासन के सहयोग के बिना दो तालाबों का गंदा पानी निकलवा एक मिसाल कायम की है। इसके अलावा तालाब से गंदे पानी की निकासी के बाद मनरेगा के तहत खुदाई तथा जलभराव के साथ-साथ तालाब को हरा भरा रखने के लिए पौधरोपण भी किया जाएगा, जिसके तहत तालाब के किनारों पर अधिक से अधिक त्रिवेणी लगाकर ग्रामीणों को एक-एक त्रिवेणी को गोद लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि आने वाले दिनों में तालाब के पानी को साफ-सुथरा रखने के साथ-साथ उसके पास छांव की व्यवस्था की जा सके।
दैनिक जागरण के अभियान को सराहा
खांडा निवासी बलजीत कुमार ने बताया कि दैनिक जागरण ने तलाश तालाबों की अभियान शुरू कर लोगों में तालाबों के प्रति जागरूकता पैदा की है। लगातार खत्म हो रहे तालाबों के चलते भूमिगत जल स्तर में न केवल गिरावट हो रही है बल्कि कई हिस्सों में तो जल संकट की समस्या जैसे हालात बनते जा रहे हैं।
महिला सरपंच होने के नाते स्वयं देख रही काम
खांडा गांव की महिला सरपंच रसना देवी ने बताया कि एडीसी की बातों से सहमत होकर गांव के अधिकतर काम वह स्वयं देख रही है। तालाबों से पानी निकलवाने से लेकर उनकी मनरेगा के तहत खुदाई तथा स्वच्छ जलभराव के साथ-साथ तालाब पर एक दीवार निकालने का काम किया जाएगा ताकि दीवार के साथ लगाए पौधे मिट्टी के कटाव के चलते खराब न हो जाएं। इस मामले को वह स्वयं देख रही है। उन्होंने कहा कि मानसून शुरू होने से पहले काम को पूरा करने की उम्मीद है।
धन की कमी ने बांधे हाथ
इस काम के लिए फिलहाल धन की कमी आड़े आ रही है, लेकिन जैसे-तैसे इस समस्या से भी छुटकारा पा लिया जाएगा। कुछ गांव वालों का सहयोग लिया जाएगा तो कुछ उनके स्थानीय विधायक या फिर जिला प्रशासन के आलाधिकारियों के सामने उनकी समस्या रखी जाएगी। उनको उम्मीद है कि दैनिक जागरण के सहयोग से उनके द्वारा जो तालाबों के जीर्णोद्धार का मुद्दा उठाया है। उसको पूरा करके ही दम लिया जाएगा।