शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद भी नहीं पहुंचे सीसीइ
जागरण संवाददाता, जींद : शिक्षा सत्र शुरू हुए तीन माह हो चुका है और एक माह की गर्मी की छुट्टी भी हो च
जागरण संवाददाता, जींद : शिक्षा सत्र शुरू हुए तीन माह हो चुका है और एक माह की गर्मी की छुट्टी भी हो चुकी है, लेकिन पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए होने वाले मासिक मूल्यांकन रिपोर्ट कार्ड अब तक स्कूलों में नहीं पहुंचे हैं।
शिक्षकों को बच्चों का मासिक मूल्यांकन टीचर डायरी या फिर अलग से रजिस्टर लगाकर नोट करना पड़ रहा है ताकि सीसीइ आने पर उसमें यह पूरा रिकार्ड चढ़ाया जा सके। हर साल विभाग की तरफ से करीबन एक लाख सीसीइ जिला स्तर पर भेजे जाते हैं।
शिक्षा विभाग ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद पहली से आठवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाएं लेनी बंद कर दी थी, लेकिन बच्चों का स्कूल स्तर पर मासिक मूल्यांकन करने के आदेश दिए गए थे। इसके चलते विभाग ने निजी स्कूलों की तर्ज पर बच्चों के रिपोर्ट कार्ड तैयार करने का निर्णय लिया था। विभाग ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत जिला स्तर पर सीसीइ उपलब्ध कराने का निर्णय लिया था। सीसीइ में बच्चे का मासिक मूल्यांकन शिक्षक को लिखना होता था। इसके जरिये बच्चे की शैक्षणिक गतिविधियों के अलावा अन्य गतिविधियों के बारे में भी जानकारी भरी जाती है।
सत्र 2015-16 को शुरू हुए तीन माह हो चुके हैं और इस दौरान एक माह की गर्मी की छुट्टियां भी स्कूलों में हो चुकी है, लेकिन अब तक सरकारी स्कूलों सीसीइ कार्ड नहीं पहुंच सके हैं। ऐसे में शिक्षकों के सामने फिर से दिक्कत आने लगी है कि आखिर बच्चों का मासिक रिकार्ड कैसे रखे। इसके लिए फिलहाल शिक्षकों ने टीचर डायरी या अन्य रजिस्टरों का सहारा लेना शुरू कर दिया है ताकि सीसीइ आने पर पूरा रिकार्ड उसमें चढ़ाया जा सके। सीसीइ न आने पर फिलहाल शिक्षकों ने अपने स्तर पर काम शुरू कर दिया है, लेकिन विभाग द्वारा हर साल समय पर सीसीइ न भेजने पर भी सवालिया निशान लग रहा है।
तीन साल से आ रही दिक्कत
सर्व शिक्षा अभियान के तहत सीसीइ जिला स्तर पर भेजी जाती है, लेकिन पिछले तीन साल से यह सीसीइ समय पर नहीं पहुंच पाती। कभी शिक्षा सत्र के बीच में तो शिक्षा सत्र की समाप्ति से कुछ दिन पूर्व ही यह जिले में पहुंच पाती है। ऐसे में शिक्षकों के समक्ष काफी दिक्कत पैदा होती है और एक साथ पूरे साल का रिकार्ड चढ़ाना पड़ता है।
शिक्षा सत्र 2014-15 की समाप्ति के दिनों में ही अबकी बार स्कूलों में सीसीइ पहुंच सकी थी, ऐसे में जिले के शिक्षकों को पूरे साल का रिकार्ड सीसीइ में चढ़ाना पड़ा था। हर बार यही स्थिति होने पर शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
क्या कहते हैं शिक्षक संगठन
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के प्रेस सचिव भूप वर्मा का कहना है कि विभाग को चाहिए कि सीसीइ समय पर जिला स्तर पर भेजे ताकि शिक्षक हर माह का बच्चों का मूल्यांकन उसमें चढ़ा सके। शिक्षा सत्र के अंत में सीसीइ में मूल्यांकन होने पर शिक्षकों को दिक्कतें आती है और साल का पूरा रिकार्ड दोबारा से उसमें चढ़ाना पड़ता है।