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खरीद का 40 फीसद भी नहीं हो पाया उठान

जागरण न्यूज नेटवर्क, जींद : जिलेभर की मंडियों में एक सप्ताह से गेहूं खरीद का कार्य सुचारु रूप से चल

By Edited By: Published: Sun, 26 Apr 2015 01:04 AM (IST)Updated: Sun, 26 Apr 2015 01:04 AM (IST)

जागरण न्यूज नेटवर्क, जींद : जिलेभर की मंडियों में एक सप्ताह से गेहूं खरीद का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। बुधवार की रात बरसात व बृहस्पतिवार को दिन भर रुक-रुक हुई बूंदाबांदी के बाद शनिवार तक हड़ताल के चलते विभिन्न मंडियों में गेहूं खरीद का कार्य प्रभावित रहा था।

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पिछले रविवार से सुचारु ढंग से चल रही खरीद को लेकर तो कहीं कोई समस्या सामने नहीं आई, परंतु चरम पर चल रही गेहूं की आवक के अनुसार खरीद एजेंसियां उठान सुनिश्चित नहीं कर पा रही हैं। कहीं सिस्टम की खामी तो कहीं संसाधनों के अभाव के चलते उठान की गति अभी तक स्पीड नहीं पकड़ पाई है तथा कछुआ चाल चाल से हो रहे उठाने के चलते जिले की अधिकतर मंडियां गेहूं की बोरियों से अटी पड़ी है तथा मंडियों में स्थान नहीं मिलने के कारण किसानों मंडियों से बाहर व असुरक्षित स्थानों पर गेहूं की बोरियां डालने का विवश हो रहे हैं। शनिवार शाम तक जिले की अनाज मंडियों में करीब सवा चार लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का अनुमान है। गेहूं की तेज होती आवक तथा धीमे उठाने से किसान व आढ़ती दोनों ही परेशान हैं। छोटी मंडियों व खरीद केंद्रों में गेहूं डालने के लिए स्थान ही खाली नहीं बचा है तथा गेहूं को कच्चे व असुरक्षित स्थानों पर डालने के लिए विवश होना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी तथा सरकारी नुमाइंदे मंडियों से गेहूं उठान सुचारु होने के दावे कर रहे हैं, परंतु गेहूं की बोरियों से अंटी पड़ी मंडियां दावों की पोल खोलती नजर आती हैं तथा जिले में अब तक खरीदी गई करीब 37 प्रतिशत गेहूं का ही उठान हो पाया है। ऐसे में यह कहा जाए तो शायद गलत नहीं कि जहां जिले में गेहूं की आवक पीक पर है तथा खरीद भी सुचारु रूप से चल रही है, परंतु उठाने धरातल पर खड़ा दिखाई देता है।

किसने कितनी की खरीद

एजेंसी खरीद मीट्रिक टन में

खाद्य आपूर्ति विभाग : 103321

हैफेड : 137533

हरियाणा वेयर हाउसिंग : 76974

एग्रो : 56978

नोट यह आंकड़ा 24 अप्रैल की शाम तक का है तथा अब तक विभिन्न एजेंसियों द्वारा की गई खरीद के अनुसार 37 प्रतिशत उठान किया गया है।

इन एजेंसियों के जिम्मे हैं खरीद

खरीद एजेंसियों को अलग-अलग स्थानों पर मंडी अलाट की हुई हैं। मुख्य रूप से जिले में खाद्य आपूर्ति, हैफेड, हरियाणा वेयरहाउस व एग्रो को गेहूं खरीद का काम सौंपा हुआ है।

मंडी सुपरवाइजर राजकुमार ने बताया कि गत वर्ष जींद मंडी में 14 लाख बैग आए थे, इस बार अब तक 10 लाख बैग आ चुके हैं। उम्मीद है कि आगामी एक सप्ताह में गेहूं की लगभग पूरी खरीद हो जाएंगी।

विभिन्न खरीद एजेंसियों द्वारा जिले में शुक्रवार शाम तक करीब पौने चार लाख मीट्रिक टन की खरीद की जा चुकी थी। खरीद के साथ उठान का कार्य भी तेजी से किया जा रहा हैं, परंतु आवक के अनुसार उठान की गति धीमी है तथा खरीद एजेंसियों को उठान में तेजी लाने के निर्देश दिये जा चुके हैं। उम्मीद है कि आगामी एक सप्ताह के दौरान अधिकतर गेहूं की खरीद व उठान का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

अशोक कुमार रावत

डीएफएससी, जींद।

बॉक्स

घिमाणा निवासी राजसिंह ने कहा कि गेहूं की तुलाई छोटे कांटे की बजाय कम्प्यूटरराइज कांटे पर की जाने चाहिये, ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर तुरंत पकड़ में आ सके।

अलेवा: अलेवा अनाज मंडी में सुचारु रूप से लिफ्टिंग नहीं हो पाने के चलते मंडी गेहू के बैगों से अटी पड़ी हैं। मंडी में स्टेट वेयर हाउस ने एक लाख तेरह हजार तथा हरियाणा एग्रो ने एक लाख 1.37 हजार बैग की खरीद की है। जबकि उठान करीब 68 हजार सात सौ बैग का ही उठान हो पाया है। किसान रामपाल, बलवान, दर्शन, कमलनाथ, जयभगवान, राजेंद्र, हवा सिंह, महेद्र व दीप चंद ने बताया कि कहना है कि उठान कछुआ चाल से चल रहा है। मंडी के फड़ व रास्ते गेहूं की बोरियों से अटे पड़े हुए हैं। जिससे मजबूर होकर किसानों को मंडी से बाहर असुरक्षित व कच्चे स्थानों पर गेहूं डालना पड़ रहा है। कच्चे में गेहूं पड़ा रहने से हमेशा गेहूं चोरी होने व खराब मौसम का डर सताता रहता है। अलेवा मंडी में मार्केट कमेटी सचिव सुरेश मोर का कहना है कि खरीद एजेंसियों को उठान में तेजी लाने के निर्देश दिये गए हैं, परंतु खरीद एजेंसियां ने शीघ्र ही मजदूरों की कमी पूरी कर उठान कार्य को तेज करने का भरोसा दिया है।


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