सरकार और खरीदारों के खिलाफ किसानों ने की नारेबाजी
संवाद सहयोगी, अलेवा : धान की कम कीमत मिलने के कारण मंडी मेंकिसानों में सरकार और खरीदारों के खिलाफ रो
संवाद सहयोगी, अलेवा : धान की कम कीमत मिलने के कारण मंडी मेंकिसानों में सरकार और खरीदारों के खिलाफ रोष जताया।
अलेवा मंडी में धान की फसल बेचने आए किसान हवा ंिसह, लहरीराम, दलीपा, रामसिंह, रामकरण, धूपा, रामजुआरी आदि किसानों बताया कि खरीदारों ने अपनी मनमर्जी से कम दामों पर धान खरीद रहे हैं। इसके चलते उन्हे काफी नुकसान उठाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक अच्छे भाव नहीं मिल पाते तब तक उनकी फसलों को किसी भी कीमत पर नहीं बेचा जाएगा। यहीं नही मंडी में फसल बेचने के लिए कई-2 दिनों तक बोली का इतजार करना पड़ रहा है जिसके चलते उन्हे मानसिक व आर्थिक परेशानी से गुजरना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बढि़या क्वालिटी की फसल के भाव भी नाममात्र मिल रहे हैं। इसके कारण किसानों को उनकी फसलों के भाव लागत से कम कीमत पर मिलने के कारण कंगाल बना कर रख दिया है। उनके द्वारा फसलों की सही कीमत न लगाकर औने-पौने दामों पर खरीदने का काम किया जा रहा है। इस कारण उन्हे लागत के हिसाब से कम दाम मिल रहे है। किसानों का कहना है कि गत वर्ष जहा मुच्छल किस्म का रेट 4200 रुपये व 1509 किस्म का 3800 रुपये था, वहीं पैडी आज आधे रेट पर खरीदी जा रही है।
फसलों की कम कीमत बन रही परेशानी : उप प्रधान
मंडी के व्यापारी एसोसिएशन के उपप्रधान रामदिया ने कहा कि मंडी में किसानों को फसलों के दाम कम मिलने के चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आगे से फसल के दाम कम मिलने के चलते खरीदारों को भी भाव बढ़ाने में दिक्कत आ रही है। बाकि मंडी में अच्छी फसल आने के बाद परचेजरों से बात कर किसानों को राहत दिलाने का काम किया जाएगा।