बूंदाबांदी ने बढ़ाई उमस, किसान मायूस
जागरण संवाददाता, जींद : सावन माह शुरू होने के बाद से ही लोग आसमान पर टकटकी लगाए बैठे हैं कि आसमान से राहत की बूंदे बरसेंगी, लेकिन इंद्र देवता है कि रूठे हुए हैं। मंगलवार सुबह से ही उमस व गर्मी के बाद दोपहर को आसमान में छाए काले बादलों से लगा था कि इंद्र देवता कुछ रहम करेंगे, लेकिन पानी की कुछ बूंदों को डालकर इंद्र देवता थम गए। हल्की बूंदाबांदी के बाद उमस व गर्मी ओर ज्यादा बढ़ गई।
मंगलवार को अधिकतर तापमान 38 डिग्री व न्यूनतम 29 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं बरसात न होने के कारण किसान भी मायूस दिखे। पिछले कई दिनों से गर्मी फिर से पड़ रही है और उमस भरा वातावरण बना हुआ है। मंगलवार को सुबह से ही उमस व गर्मी का वातावरण बना हुआ था। दोपहर लगभग एक बजे मौसम में परिवर्तन हुआ और आसमान में काले बादल छा गए। लोगों को उम्मीद जगी थी कि बरसात होगी और उन्हें उमस व गर्मी से छुटकारा मिलेगा, लेकिन लोगों को यह उम्मीद धरी की धरी रह गई। कुछ मिनटों पर हल्की बूंदाबांदी करने के बाद फिर से उमस भरा माहौल बन गया। हालांकि ठंडी हवाएं जारी रही, लेकिन वह उमस को बनने से नहीं रोक सकी। वहीं बरसात न होने से आम जनता के साथ-साथ किसान भी मायूस हो गए। किसानों का कहना है कि इस बूंदाबांदी से कोई राहत नहीं मिली है। यदि बरसात अच्छी हो तो उनकी धान की फसल को लाभ मिलेगा।