अशिक्षा के अंधियारे को मिटाने के लिए सोलर लाइट बनेंगी सहारा
अमित पोपली, झज्जर एक 'माटी' का दीया सारी रात अंधियारे से लड़ता है.। तू तो ÞभगवानÞ का दीया है तो कि
अमित पोपली, झज्जर
एक 'माटी' का दीया सारी रात अंधियारे से लड़ता है.। तू तो ÞभगवानÞ का दीया है तो किस बात से डरता है । इस विचार को अपने ध्यान में रखते हुए युवा पीढ़ी को आगे बढ़ना है ताकि किसी भी विषम परिस्थिति से डरकर उन्हें अब पीछे नहीं हटना पड़े। शिक्षा की राह में किसी भी तरह का अंधियारा उनके लिए अब बाधा नहीं बनें। इसी बात की अहमियत को समझते हुए नैगम सामाजिक जिम्मेदारी के तहत एनटीपीसी - एपीसीपीएल, झाड़ली की ओर से खानपुर खुर्द स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के दसवीं तथा बारहवीं के सभी विद्यार्थियों को एलईडी सोलर लाइट्स प्रदान की गई।
450 बच्चों को देनी है लाइटस
उर्जा संरक्षण एवं सोलर लाइटस को लेकर आज समाज की सोच बदलती हुई दिख रही है। चूंकि सोलर लाइटस हमारे समक्ष उर्जा का इतना बेहतर विकल्प है कि अगर हम उसका सदुपयोग करें तो अंधियारे को मिटाते हुए अपने जीवन में भी रोशनी कर सकते है। देखा जाए तो विद्यार्थी जीवन में अच्छी शिक्षा के साथ-साथ मूलभूत सुविधाओं का मिलना भी उतना ही आवश्यक है। जितना कि बेहतर परिणाम लाने के लिए कड़ी मेहनत का करना। सीएसआर के तहत हो रहे कार्य में एनटीपीसी - एपीसीपीएल, झाड़ली की ओर से क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तीन स्कूलों के 450 बच्चों को यह लाइटस दी जानी है। जिसकी शुरूआत उनके स्तर पर आज यहां खानपुर खुर्द के विद्यालय से की गई है।
--------------------
एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक एसपी ¨सह एवं सीइओ एन एन मिश्र ने कहा की वे अपने प्रोजेक्ट प्रभावित गांवों के चंहुमुखी विकास के लिए संकल्पित है और आगे भी नए प्रयासों के साथ अग्रसर रहेंगे। इस कड़ी में 450 बच्चों को यह सोलर लाइटस इसलिए दी जा रही है ताकि वह इन लाइटस का पढ़ाई के दौरान बेहतर ढंग से इस्तेमाल कर सके। इसके साथ साथ ही आज के युवा में उर्जा संरक्षण एवं सोलर लाइटस के इस्तेमाल को लेकर सोच भी बदलेगी।