खेल स्टेडियम का निर्माण अधर में, उगे झाड़ झंखाड़
जागरण संवाददाता, झज्जर : खिलाड़ियों की सुविधाओं के लिए ग्रामीण क्षेत्र में लाखों रुपये की लागत से
जागरण संवाददाता, झज्जर :
खिलाड़ियों की सुविधाओं के लिए ग्रामीण क्षेत्र में लाखों रुपये की लागत से मिनी स्टेडियमों का निर्माण करवाया गया है। लेकिन देख रेख के अभाव में इनकी हालत दयनीय होती जा रही है। जिससे खिलाड़ियों को प्रशिक्षण प्राप्त करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भूरावास गांव में तो लाखों रुपये की लागत से बनाये जाने वाले मिनी खेल स्टेडियम का निर्माण कार्य भी पूरा नहीं हुआ है। काफी समय से इसका निर्माण अधर में लटका हुआ है। लेकिन इस की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
स्टेडियम की चारदीवारी टूटी पड़ी है। वहीं स्टेडियम में बनाया जा रहा कमरा भी खंडहर होता जा रहा है।
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पंचायत करती है देखरेख
खेल विभाग के अनुसार मिनी खेल स्टेडियमों की देखरेख पंचायत करती हैं। जबकि ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों के लिए बनाए गए राजीव गांधी खेल स्टेडियमों की देख की जिम्मेदारी जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग की है। जिले में करीब 40 मिनी स्टेडियम व करीब 17 राजीव गांधी खेल स्टेडियम हैं।
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भूरावास गांव में कुछ समय पहले मिनी खेल स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। लेकिन अब इसका निर्माण ठप पड़ा है। स्टेडियम की हालत खस्ता हो चुकी है। लेकिन इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
-जयभगवान, निवासी भूरावास।
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गांव में खिलाड़ी तो हैं, लेकिन खेलने के लिए गांव में सुविधाएं नहीं हैं। स्टेडियम में झाड़ झंखाड़ खड़े हैं। न सफाई है और न कोई सुविधा। प्रशासन को इस और ध्यान देना चाहिए है।
-जोगेंद्र ¨सह, निवासी भूरावास।
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खेल स्टेडियम को लेकर अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। पहले भी इसको लेकर अधिकारियों को शिकायत दी गई है।
-जगबीर उर्फ जग्गी सरपंच, भूरावास।
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जेई को मौके पर भेज कर स्टेडियम के बारे में रिपोर्ट ली जाएगी। उसके बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा की निर्माण में क्या परेशानी आ रही है।
-रामफल ¨सह, बीडीपीओ, साल्हावास।