ठेकेदार से दुखी कर्मचारियों ने लिख पीएम को पत्र
जागरण संवाददाता,बहादुरगढ़ : नोटबंदी से भ्रष्टचारियों व कालेधन वालों पर कुछ असर पड़ा हो या न हो, लेकिन
जागरण संवाददाता,बहादुरगढ़ : नोटबंदी से भ्रष्टचारियों व कालेधन वालों पर कुछ असर पड़ा हो या न हो, लेकिन गरीब कर्मचारियों की परेशानिया तो बढ़ गई हैं। इन दिनों भारत संचार निगम लिमिटेड में अनुबंध पर कार्यरत कर्मचारी तो बेहद दुखी हैं। इन कर्मचारियों का कहना है कि बीएसएनएल में ठेकेदारों का भ्रष्टाचार कम होने की बजाय बढ़ रहा है। अकाउंट में सेलरी देने के बजाय कैश देने की कोशिश कर रहा है। इस संबंध में कर्मचारियों ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बीएसएनएल में छाए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की माग की है।
पत्र में कहा गया है कि बहादुरगढ़ बीएसएनएल में दो दर्जन से अधिक कर्मचारी अनुबंध पर कार्यरत हैं। उनका वेतन अनुबंध 11400 रुपये है, लेकिन जून 2016 से उन्हें केवल 5500 रुपये ही मिल रहे हैं। रुपयों को ठेकेदार कालेधन के रूप में जमा कर रहा है। हमारे काम करने की कोई सीमा भी निर्धारित नहीं है। दिन हो या रात, हमें देर सवेर काम करना पड़ता है। हम काम करने से पीछे नहीं हटते लेकिन जब हमें सही वेतन नहीं मिलता तो बेहद निराशा होती है। पिछले 20 वषरें से बीएसएनएल में कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। नोटबंदी के बाद हमने ठेकेदार बीपी मौर्य से बात की, तो वह बोला कि सेलरी अकाउंट में डालने के बजाय कैश दूंगा।
कर्मचारियों का कहना है कि उनकी सेलरी के मामले में बेहद बड़ा घपला हो रहा है और यह केवल बहादुरगढ़ ही नहीं बल्कि संपूर्ण भारत में हो रहा है। निर्धन, जरूरतमंद मजदूरों का ठेकेदार जमकर शोषण कर रहे हैं। कर्मचारियों ने कहा कि वह प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले का स्वागत करते हैं। मगर यह कदम तभी कारगर होगा, जब भ्रष्टाचारियों को बेनकाब किया जाएगा। इस मौके पर नवनीत, विकास, हर्ष, साहिल, विनोद, आनंद प्रकाश, राजेश, गौरव, प्रवीन, रामराज, दिनेश, अरुण, जयकिशन, बलराम आदि मौजूद थे।