नहीं खोला ताला, सासद से मिले ग्रामीण
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: गाव रोहद में बिजली की समस्या को लेकर ग्रामीणों की ओर से गाव के पावर हा
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
गाव रोहद में बिजली की समस्या को लेकर ग्रामीणों की ओर से गाव के पावर हाउस पर जड़ा ताला तीसरे दिन भी नहीं खोला। ग्रामीणों ने अपनी मागों को पूरा करवाने के लिए बृहस्पतिवार को ओमेक्स सिटी में आए सासद दीपेंद्र हुड्डा से भी मुलाकात की। सासंद दीपेंद्र हुड्डा ने उन्हें आश्वासन देते हुए सरकार से गावों को ठीक ढंग से बिजली देने और ग्रामीणों को तुरंत राहत देने की माग की है। उन्होंने इसे सरकार की विफलता करार दिया है। गौरतलब है कि 23 अगस्त की सुबह ग्रामीणों ने बिजली की ठीक ढंग से आपूर्ति करने की माग को लेकर पावर हाउस पर ताला जड़ दिया था। जिसके चलते रोहद गाव के साथ-साथ इंडस्ट्रीयल एरिया के अलावा सात फीडरों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। ग्रामीणों को समझाने के लिए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पावर हाउस का ताला खोलने की बात कही मगर ग्रामीण 24 घटे बिजली देने की माग पर अडे़ रहे। ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2002 में उनके गाव को 24 घटे का बिजली देने का आश्वासन देकर पावर हाडस बनाने के लिए 3 एकड़ जमीन मुफ्त में ली गई थी। 12 साल तक उनके गाव में बिजली की आपूर्ति ठीक ढंग से होती रही, लेकिन उसके बाद विभाग की ओर से बिजली की कटौती की जाने लगी। अब रोहद गाव में केवल 6 घटे ही बिजली की आपूर्ति की जा रही है। जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली नहीं आने के कारण पीने के पानी की समस्या से भी लोग परेशान हैं। इतना ही नही उनके रोजमर्रा के काम भी इसकी वजह से प्रभावित हो रहे हैं। ग्रामीणों की माग है कि या तो उनके गाव को 24 घटे बिजली दी जाए या फिर उनकी कीमती जमीन को खाली कर दिया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि किसी प्रकार का आश्वासन नहीं मिलने तक वे पावर हाउस का ताला नहीं खोलेंगे।