जाट आरक्षण पर खाप ने सरपंचों को किया आगे, सीएम से मिलेंगे
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : जाट आरक्षण के मुद्दे पर अब बहादुरगढ़ खंड के सरपंच मुख्यमंत्री से मुला
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
जाट आरक्षण के मुद्दे पर अब बहादुरगढ़ खंड के सरपंच मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। उनके सामने सरपंचों की ओर से तीन मागें रखी जाएंगी। इन पर सहमति बनी तो खाप अपने स्तर पर ऐतिहासिक रैली करके मुख्यमंत्री का अभिनंदन करेगी। अन्यथा 5 जून को दोबारा से पंचायत करके प्रभावी फैसला लिया जाएगा। यह निर्णय रविवार को माडौठी गाव में हुई दलाल बारह की पंचायत में लिया गया।
खाप प्रधान भूप सिंह दलाल की अध्यक्षता में हुई इस पंचायत में सैकड़ों लोग पहुचे। इस दौरान जाट आरक्षण पर ही चर्चा हुई। सभी से विचार करके एक ही फैसला हुआ कि इस मसले को बातचीत के जरिये सुलझाया जाए। ऐसे में ग्राम पंचायतों के सरपंचों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। अगले दो-तीन दिनों में बहादुरगढ़ खंड के सरपंच मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और उनके समक्ष जाट समाज की मागों को रखेंगे। पंचायत में फैसला लिया गया कि यदि मुख्यमंत्री की ओर से मागों को मंजूरी देकर सार्वजनिक रूप से घोषणा की जाती है तो उनका माडौठी में ही ऐतिहासिक रैली करके स्वागत किया जाएगा। अन्यथा 5 जून को दोबारा से माडौठी में पंचायत बुलाकर आगामी फैसला लिया जाएगा।
यह है पंचायत की मागें
1. जाट आरक्षण के मुद्दे पर सरकार को अच्छी तरह से पैरवी करनी चाहिए, ताकि कोर्ट में यह रद न हो और जाट समाज को आरक्षण का लाभ मिलता रहे।
2. आरक्षण आदोलन के दौरान जितने भी मामले दर्ज किए गए है, उन सभी को रद किया जाए और जितने भी लोगों को गिरफ्तार करके जेल में डाला गया है, उनको रिहा किया जाए।
3. सरकार की ओर से आदोलन के दौरान यह वायदा किया गया था कि जितने भी लोगों ने इसमें जान गंवाई है, उन सभी के परिवारों को मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाएगी। इस वायदे को भी पूरा किया जाए।
पंचायत पर टिकी रही पुलिस प्रशासन की नजर
रविवार को माडौठी में हुई इस पंचायत पर पुलिस प्रशासन की भी नजर टिकी रही। पंचायत में क्या फैसला लिया जाता है, इसको लेकर पल-पल की रिपोर्ट ली जाती रही। प्रशासन की ओर से पहले ही आरक्षण के मसले पर सभी को ताकीद कर दिया गया है कि किसी तरह के उपद्रव को सहन नहीं किया जाएगा। ऐसे में अब यह इतजार किया जा रहा है कि सरपंचो की मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री से बातचीत कहा तक सिरे चढ़ती है और उसका क्या नतीजा निकलता है। साथ ही दोबारा से 5 जून को जो पंचायत बुलाई गई है, उसमें क्या फैसला होता है, यह भी अपने आप में अहम होगा।