Move to Jagran APP

आज जाए, कल वापस लौट आए, नहीं तो देना होगा किराया

जागरण संवाददाता, झज्जर : रक्षाबंधन के दिन अगर किसी महिला को अपने भाई के घर राखी बांधने जाना है तो

By Edited By: Published: Thu, 27 Aug 2015 06:45 PM (IST)Updated: Thu, 27 Aug 2015 06:45 PM (IST)
आज जाए, कल वापस लौट आए, नहीं तो देना होगा किराया

जागरण संवाददाता, झज्जर :

loksabha election banner

रक्षाबंधन के दिन अगर किसी महिला को अपने भाई के घर राखी बांधने जाना है तो शुक्रवार को दोपहर बाद जाएं और शनिवार को रात तक वापस लौट आएं। इस दौरान महिलाओं व 15 साल तक के बच्चों का किराया नहीं लगेगा। सरकार ने इस बार महिलाओं को रक्षा बंधन का तोहफा एक दिन की डेढ़ दिन कर दिया है। पहले सरकार की तरफ से केवल रक्षा बंधन के दिन महिलाओं को एक दिन मुफ्त यात्रा का लाभ दिया जाता था। इस दिन परिवहन विभाग की बसों में होने वाली भीड़ पर भी कुछ प्रभाव पड़ेगा। हालांकि दो दिन तक लंबे रूटों पर बसें न चलने से अन्य यात्रियों को परेशानियों का सामाना करना पड़ेगा। क्योंकि लंबे रूटों पर दो दिन परिवहन विभाग की बसें नहीं चलेंगी। परिवहन विभाग ने 28 व 29 अगस्त को दो दिन तक लंबे रूटों पर बसें न चला कर लोकल रूटों पर डिमांड के अनुसार बसें चलाने की योजना बनाई है। झज्जर जिले में परिवहन विभाग ने 146 बसें हैं। इनमें 90 बसें झज्जर डिपो व 56 बसें बहादुरगढ़ सब डिपो में हैं। परिवहन विभाग के अधिकारियों की बात मानी जाए तो इन बसों में से करीब 130 बसें ही रूटों पर चलती हैं। बाकि मरम्मत के लिए विभाग की कर्मशालाओं में खड़ी रहती हैं। परिवहन विभाग की तरफ से महिलाओं व 15 वर्ष तक के बच्चों को 28 अगस्त दोपहर बारह बजे से 29 अगस्त रात 12 बजे तक मुफ्त बस यात्रा की सुविधा प्रधान की जाएगी।

हरियाणा राज्य परिवहन विभाग झज्जर के महाप्रबंधक एमएस खर्ब का कहना है कि सरकार के निर्देश पर महिलाओं व 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। जिस रूट पर सवारियों की बसों की मांग होगी उन रूटों पर बसे भेजी जाएंगी। लंबे रूटों की बजाए लोकल रूटों को प्राथमिकता दी जाएगी। उनका कहना है कि सरकार की योजना के अनुसार बसें चलाने के लिए दो दिन तक विभाग के चालक व परिचालकों के अवकाश रद्द कर दिए गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.