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सुविधाओं को तरसा सबसे पुराना औद्योगिक क्षेत्र

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर का सबसे पुराना औद्योगिक क्षेत्र सुविधाओं को तरस रहा है। क्षेत्र में

By Edited By: Published: Tue, 28 Jul 2015 01:04 AM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2015 01:04 AM (IST)
सुविधाओं को तरसा सबसे पुराना औद्योगिक क्षेत्र

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर का सबसे पुराना औद्योगिक क्षेत्र सुविधाओं को तरस रहा है। क्षेत्र में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। चारों तरफ गंदगी की भरमार है। सफाई व्यवस्था का कहीं कोई नामोनिशान नहीं है। सड़कें टूट चुकी है। सीवर के मैनहोल कई जगह से खुले पड़े है। सीवर जाम है। क्षेत्र की चारदीवारी न होने से उद्योगपतियों को हर समय सुरक्षा की भी चिंता सताती रहती है। स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी है। क्षेत्र को करीब तीन साल पहले उद्योग विभाग ने हरियाणा राज्य औद्योगिक संरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) ने हाथ खड़े कर दिए है। बिना मरम्मत शुल्क लिए एचएसआइआइडीसी क्षेत्र का विकास करने को तैयार नहीं है। ऐसे में उद्योगपतियों के सामने बड़ी विकट समस्या आन खड़ी हुई है।

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ये है क्षेत्र की बड़ी समस्याएं

अधूरी चारदीवारी से असुरक्षा का माहौल : दरअसल पुराना औद्योगिक क्षेत्र करीब 100 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें करीब 80 फैक्टरी है। क्षेत्र के पीछे वाले हिस्से में अब तक चारदीवारी नहीं बनाई गई है। करीब दो साल पहले इस चारदीवारी का निर्माण शुरू किया गया था लेकिन अब तक इसे पूरा नहीं किया गया है। इस कारण क्षेत्र के पीछे स्थित बस्तियों के लोग रात बे रात क्षेत्र में घुस जाते है और आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते है। ऐसे में उद्योगपतियों ने इस चारदीवारी का निर्माण पूरा करने की माग की है।

सीवर है जाम, गंदगी के लगे है ढेर : पुराना औद्योगिक क्षेत्र में सीवर पूरी तरह से जाम है। बरसात में ओवरफ्लो सीवर से सड़कों पर पानी भरा रहता है। सफाई व्यवस्था का भी बुरा हाल है। सफाई के लिए कोई भी कर्मचारी यहा पर तैनात नहीं है। न ही कभी सफाई होती है।

पार्क बना हुआ पार्किग : औद्योगिक क्षेत्र के मुख्य प्रवेश द्वार के साथ एक पार्क बना हुआ है। इस पार्क के आधे हिस्से में टेपो चालकों की ओर से अवैध रूप से पार्किग बनाई गई है। वहीं पार्क का जो क्षेत्र बचता है उसका भी बुरा हाल है। पार्क में गंदगी के ढेर लगे हुए है। हरियाली बिल्कुल ही गायब है। पार्क में आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है।

बदहाल हो गई सड़क, बने हुए है गड्ढे : औद्योगिक क्षेत्र की सड़कें भी बदहाल हो गई है। जगह से जगह सड़के टूटी पड़ी है। सड़कों में काफी गहरे गढ्डे हो गए है। बरसात के मौसम में इन गढ्डों में पानी भर जाता है जिससे और भी समस्या होती है। गढ्डों से पार पाना खतरों से खाली नहीं रहा है। क्षेत्र में कई स्थानों पर ही सड़कें नाम मात्र ही रह गई है।

अतिक्रमण से टूट गए फुटपाथ : इडस्ट्री एरिया में कुछ साल पहले सड़कों किनारे फुटपाथ बनाए गए थे। ये फुटपाथ अब कई स्थानों से टूट गए है। क्षेत्र में आने वाले टैपो चालक अपने वाहनों को फुटपाथ पर चढ़ा देते है, जिससे फुटपाथ टूट रहे है। इसके अलावा फुटपाथ पर भी वाहन की अवैध पार्किग भी बनी हुई है।

ये भी है क्षेत्र की समस्याएं:

- क्षेत्र की अधिकाश स्ट्रीट खराब पड़ी है। हाईमास्क लाइट लगाने की है उद्योगपतियों की माग।

- क्षेत्र में चारदीवारी न होने से बढ़ रहे है अवैध कब्जे।

- पूरे क्षेत्र में अवैध रूप से पार्क होते है भारी वाहन।

नहीं हो रहा समस्याओं का समाधान : कोहली

बहादुरगढ़ इडस्ट्री एसोसिएशन के प्रधान अजय कोहली का कहना है कि इस क्षेत्र को उद्योग विभाग ने एचएसआइआइडीसी के हवाले कर रखा है, लेकिन एचएसआइआइडीसी की ओर से क्षेत्र की एक भी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। बार-बार माग किए जाने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। समाधान के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे है।

माग रहे है मरम्मत शुल्क : गोयल

एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष आरआर गोयल का कहना है कि जब भी हमने एचएसआइआइडीसी के अधिकारियों से बैठक की है, तब से लेकर अब तक निगम के अधिकारी पहले मरम्मत शुल्क माग रहे है। जब हमने उनसे लिखित में देने को कहा तो वे इसके लिए भी तैयार नहीं है। कई बार बैठक होने के बाद अब भी एचएसआइआइडीसी 50 फीसद मरम्मत शुल्क जमा कराने पर अड़ा हुआ है। अगर यहीं हाल रहा तो वे उच्च अधिकारियों व सरकार के मंत्रियों से इस बारे में मुलाकात करेगे और उनके सामने अपनी समस्या रखेंगे।

मरम्मत शुल्क बिना नहीं हो सकता विकास : राजीव

एचएसआइआइडीसी के अधिकारी राजीव कुमार का कहना है कि पुराना औद्योगिक क्षेत्र में कुछ साल पहले केंद्र से ग्राट मिली थी तो विकास कार्य कराए थे। अब उनके पास ऐसी कोई ग्राट नहीं है। अगर उद्योगपति मरम्मत शुल्क देंगे तो विकास कार्य करवा देंगे।


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