Move to Jagran APP

बिजली निगम ने बदली बिल वितरण व्यवस्था, उपभोक्ता परेशान

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम की ओर से बिलों के वितरण की व्यवस्था में

By Edited By: Published: Sat, 31 Jan 2015 05:23 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jan 2015 05:23 PM (IST)

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम की ओर से बिलों के वितरण की व्यवस्था में बदलाव किया जाना उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गया है। खुद निगम कर्मचारियों को भी यह रद्दोबदल रास नहीं आ रहा। इससे उपभोक्ता न सिर्फ परेशानी झेल रहे है बल्कि आर्थिक मार के शिकार भी हो रहे है। समय पर बिल न पहुचने के कारण उपभोक्ताओं को सरचार्ज भी अदा करने को विवश होना पड़ रहा है।

loksabha election banner

दरअसल निगम की ओर से तीन माह पहले बिजली बिलों के वितरण की व्यवस्था में बदलाव किया गया है। पहले उपभोक्ताओं तक मीटर नंबर व कालोनी के नाम के हिसाब से बिल पहुचाए जाते थे, लेकिन अब कालोनी की बजाय फीडर का नाम दिया गया है। इसमें निगम ने एक गलती यह भी कर दी है कि किसी और फीडर से जुड़े उपभोक्ताओं के कनेक्शन दूसरे फीडर के दायरे में शामिल कर दिए है। इससे बिलों के वितरण में अव्यवस्था फैल गई है। जो बिजली बिल समय पर उपभोक्ताओं तक पहुचते थे वे अब कहा जा रहे है इसका पता नहीं लग रहा। इससे उपभोक्ता काफी परेशान है। बिल के इतजार में अदायगी की अंतिम तिथि निकल जाती है। इसके बाद उपभोक्ता सरचार्ज भी अदा करते है। काफी उपभोक्ता तो खुद निगम के कार्यालय पहुचकर वहा से डुप्लीकेट बिल तैयार करवाते है और फिर उसे अदा करते है। भीड़ बढ़ने पर उपभोक्ताओं को यह डुप्लीकेट बिल भी एक दिन में सहज नहीं मिल पाता। इन हालातों में निगम के कर्मचारी भी सिरदर्द झेल रहे है। बिलों का वितरण उनके हाथ में नहीं है क्योंकि सर्वे के हिसाब से जो रिकार्ड तैयार किया गया है वह दुरुस्त नहीं है। इस कारण किसी कालोनी के बिल वहा से कई किलोमीटर दूर किसी दूसरी कालोनी में पहुच जाते है।

निगम व एजेंसी ने किया था सर्वे

पिछले दिनों निगम और एक प्राइवेट एजेंसी ने मिलकर यह सर्वे किया था। इसमें जो रिकॉर्ड तैयार हुआ उसके मुताबिक बिजली बिल वितरित करने की योजना पर अमल किया गया लेकिन बिलों के वितरण कार्य से जुड़े पूर्व सैनिकों का कहना है कि यह सर्वे सही तरह से नहीं किया गया। उनका कहना है कि या तो जल्दबाजी में रिकार्ड तैयार कर दिया गया या फिर फील्ड में जाने की बजाय एजेंसी व निगम कर्मियों ने घर बैठकर ही फीडरों से कनेक्शन जोड़ दिए। इसमें यह नहीं देखा गया कि मकान कहा है और फीडर कहा पर। इसी कारण फीडरों के आधार पर उपभोक्ताओं के घर का सही पता नहीं चल पा रहा।

उपभोक्ता हो रहे परेशान

लाइनपार निवासी धर्मबीर, सतीश शर्मा, नेहरू पार्क से दीनदयाल, महाबीर पार्क के राजबीर ने बताया कि दो माह से तो बिजली का बिल अदा करने में बड़ी परेशानी हो रही है। बिल या तो पहुच ही नहीं पाता या फिर आता है तो तब, जब अदायगी की अंतिम तिथि निकल चुकी होती है। ऐसे में उन्होने सरचार्ज भी अदा किया है। निगम का कोई कर्मचारी व अधिकारी इस बारे में सुनने का तैयार नहीं है।

नई व्यवस्था की शुरूआत में होती है परेशानी

शहरी सब डिवीजन द्वितीय के एसडीइ वीरेंद्र राणा का कहना है कि कोई भी नई व्यवस्था बनती है तो उसकी शुरुआत में कुछ परेशानिया तो आती ही है लेकिन एक बार सुचारु होने के बाद सब कुछ सामान्य हो जाता है। नई व्यवस्था निगम की कार्यप्रणाली को दुरुस्त करने के लिए की गई है ताकि फीडरों के हिसाब से उपभोक्ताओं की संख्या वहा के बिजली लोड, लाइन लोसिस के बारे में निगम को पूरी तरह जानकारी रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.