पेंशन के नाम पर बढ़ रही बुजुर्गो की टेशन
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : बुढ़ापा पेंशन पाने के लिए इन दिनों बुजुर्गो की टेशन बढ़ रही है। सरकार क
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : बुढ़ापा पेंशन पाने के लिए इन दिनों बुजुर्गो की टेशन बढ़ रही है। सरकार की हिदायतों के अनुसार बुजुर्ग अब बैंकों में खाता खुलवाने के लिए भटक रहे है, लेकिन कई वार्डो के बुजुर्गो के लिए यह आसान नही है। इन वार्डो को जिस बैंक से जोड़ा गया है वे कई-कई किलोमीटर दूर है। कई जगहों पर तो बैंक अधिकारियों की घुड़की भी बुजुर्गाे को झेलनी पड़ रही है।
सरकार की ओर से बुजुर्गो को सम्मान भत्ते के रूप में दी जाने वाली पेंशन को बैंकों के माध्यम से दिए जाने की प्रक्रिया शुरू की है। फरवरी की पेंशन मार्च में बैंकों के माध्यम से दी जाएगी। इसके लिए बुजुर्गो को बैंकों में खाते खुलवाने के लिए कहा गया है। मगर यह प्रक्रिया आसान नही है। उन्हे इस कार्य के लिए खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। दो दिन तक तो बैंक अधिकारियों ने पेंशन वितरण स्थान पर ही खाते खोले। मगर सूचना के अभाव में अधिकतर बुजुर्गो के खाते नहीं खुल पाए है। ऐसे में अब बुजुर्ग सरकार व अधिकारियों को कोसने रहे है। इतना ही नहीं काफी बुजुर्गो को तो खाता खुल जाने के बावजूद भी राहत की सास नहीं मिलेगी। पेंशन के लिए बुजुर्गो को किराया लगाकर कई किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा। कई वार्डो की पेंशन ऐसे बैंक की शाखा से जोड़ी गई है जो कई किलोमीटर दूर है। ऐसे में उन बुजुर्गो को खासी परेशानी होगी जो चलने में असमर्थ है। वहीं विकलाग पेंशन धारक तो सरकार की इस योजना को लेकर काफी खफा नजर आ रहे है।
यह हैं हालात
वार्ड नंबर 25 की पेंशन के लिए प्रशासन ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र में खाता खोलने की हिदायत पेंशनधारकों को दी है। इस वार्ड में किल्ला मोहल्ला व उसके आसपास के क्षेत्र का है। जबकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र सेक्टर-6 में स्थित है। अधिकांश बुजुर्गो ने इस बैंक का नाम भी पहली बार सुना है। किल्ला मोहल्ला से सेक्टर-6 की दूरी तीन किलोमीटर है। यहा के निवासी प्रेमवती, अनारो, मितलेश ने बताया कि सेक्टर-छह का रिक्शा का आने-जाने का किराया 60 रुपये है। ऐसे में अब उन्हे पेंशन के लिए परेशान होना पड़ेगा। यह भी जरूरी नहीं है कि जब वे बैंक में पहुचे तब उनके खाते में पेंशन उपलब्ध हो। दूसरी ओर वार्ड नंबर 31 के खाते साखौल गाव स्थित यूको बैंक में खोले जा रहे है। जो वार्ड से कई किलोमीटर दूर है। लाइनपार क्षेत्र के वार्ड-6 के खाते गजराज होटल के पास स्थित पीएनबी में खोले जा रहे है। यह दूरी करीब पाच किलोमीटर है। इसी प्रकार वार्ड नंबर दो के खाते रेलवे रोड स्थित इलाहाबाद बैंक में खोले जा रहे है। यह दूरी भी करीब चार किलोमीटर की है। बुजुर्गो का कहना है कि किराये के साथ-साथ उन्हे सड़क पार करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। हाइवे पर उन्हे हादसे का भी डर रहेगा।
बैंकों की शर्त भी कर रही परेशान
नगर परिषद का बोर्ड भंग हो चुका है। मगर बैंक अधिकारी पूर्व पार्षदों की शिनाख्त के बाद ही खाते खोल रहे है। इस शर्त ने भी बुजुर्गो को परेशान कर रखा है। जब तक बोर्ड का कार्यकाल खत्म नहीं हुआ था तब तक तो पार्षद आसानी से मिल जाते थे, मगर अब ऐसा संभव नही है। दूसरी ओर खुद पूर्व पार्षद भी सरकार के इस निर्णय से खफा है। वार्ड-31 के पूर्व पार्षद सुरेश कुमार, वार्ड-25 के कृष्ण यादव, वार्ड-6 से रेलूराम व वार्ड दो से जयभगवान का कहना है कि प्रशासन व सरकार के इस कदम से बुजुर्गो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खाते खुलवाने में ही उन्हे दिक्कत आ रही है। इस बारे में जिला उपायुक्त व एसडीएम को पत्र लिख कर माग की गई है कि पेंशनधारक का खाता कॉलोनी के पास स्थित बैंक में ही खुलवाया जाए या फिर पेंशनधारक अपनी सुविधा के अनुसार बैंक में खाता खुलवा कर खाता नंबर संबंधित पेंशन वितरण विभाग में जमा करवाए।