शरारती तत्वों ने फिर तोडे़ गाड़ियों के शीशे
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर में शरारती तत्वों का उत्पात थम नहीं रहा है। एक बार फिर इन्होंने गाड़
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर में शरारती तत्वों का उत्पात थम नहीं रहा है। एक बार फिर इन्होंने गाड़ियों को निशाना बनाया है। सेक्टर-छह में दिनदहाडे़ गाड़ियों के शीशे तोड़े जा रहे है। इस बार तो ये शरारती तत्व सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुए है, लेकिन पहचानें नही जा रहे। यहा पर अलग-अलग दिन में दो गाड़ियों को निशाना बनाया गया है। इससे शहर के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है।
ताजा घटना में एक गाड़ी तो सरकारी अधिकारी डॉ. सुनील कौशिक की है। घर के सामने खड़ी उनकी वेंटो गाड़ी के पिछले शीशे पर ईट से हमला किया गया। इससे पहले सेक्टर के ही निवासी अभिषेक की गाड़ी पर भी इसी तरह निशाना साधा गया था। इसी हिस्से में कई वारदातें हो चुकी है। बताते है कि दिनदहाड़े यह वारदात हुई। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पता चला है कि शरारती तत्वों की संख्या तीन थी और वे सफेद रग की स्कूटी पर सवार थे। उनमें से पीछे बैठे शख्स ने हाथ में पहले से ईट ले रखी थी। जैसे ही कार के नजदीक आए तो पिछले शीशे का निशाना साधकर ईट से वार किया। फुटेज में चेहरे नहीं पहचाने जा रहें लेकिन उनकी उम्र ज्यादा नहीं है।
पहले भी हो चुकी है वारदात
शहर की कई कालोनियों में घरों के बाहर गलियों में खड़ी दर्जनभर गाड़ियों में 18 दिसंबर को तोड़फोड़ की गई थी। झील मोहल्ले में दो, इमली वाली गली में तीन, लंबी गली में दो, दुर्गा कालोनी में एक और जैन मंदिर वाली गली, व्यास गली व सेक्टर-छह में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई थी। गाडि़यों के ज्यादातर आगे, पीछे और साइड के शीशें तोड़ डाले गए। इमली वाली गली निवासी सचिन की गाड़ी को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया। अन्य निवासी आजाद की सैंट्रो गाड़ी का शीशा भी पूरी तरह से तोड़ डाला। इस वारदात में आज तक कुछ पता नही लग पाया।
घटना से शहर में फैला आक्रोश
इस तरह की वारदात न थमने से शहर में चौतरफा आक्रोश फैला हुआ है। इस घटना का निशाना बन चुके वाहन मालिक डॉ. सुनील कौशिक, सचिन, सुमित, विकास और रमन का कहना कि वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस को इस मामले में सख्त कदम उठाना चाहिए। इस तरह की घटना कुछ समय पहले भी हुई थी, मगर इन पर रोक नहीं लग रही है। सेक्टर में ऐसी कई वारदातें हो चुकी है। ऐसे में पुलिस पर निष्क्रियता के भी आरोप लग रहे है।