नोटबंदी के विरोध में सड़क पर उतरे कामरेड
जागरण संवाददाता, हिसार : नोटबंदी व भाजपा सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ राज्यस्तरीय अभियान के तह
जागरण संवाददाता, हिसार : नोटबंदी व भाजपा सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ राज्यस्तरीय अभियान के तहत मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को परिजात चौक पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अध्यक्षता सुरेश कुमार ने की। यह प्रदर्शन पार्टी की ओर से नोटबंदी के विरोध में 9 जनवरी से 16 जनवरी तक चलाए गए अभियान की समाप्ति पर किया गया।
इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोंधित करते हुए पार्टी की राज्य सचिव मंडल सदस्य का. शकुंतला जाखड़ ने कहा कि 8 नवंबर को 1000 व 500 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करके प्रधानमंत्री ने पूरे देश को संकट में डाल दिया। इस कारण करोड़ों लोगों का रोजगार समाप्त हो गया। कृषि संकट पर जो मार पड़ी उससे लाखों किसान, खेत मजदूर बेहाल हो गए हैं। कितने ही मां बाप अपने बेटे बेटियों की शादी की ¨चता में बैंकों में धक्के खा रहे हैं। तमाम लोग अपनी खून पसीने की कमाई को घर का गुजारा चलाने, विवाह शादी और हारी बीमारी में बैंकों से नहीं निकलवा पा रहे हैं। 100 से ज्यादा लोग इस दौरान नोटबंदी की वजह से बेमौत मारे जा चुके हैं। शकुंतला जाखड़ ने कहा कि इससे एक तरफ तो आम लोगों को इतनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो दूसरी तरफ बड़े पूंजीपती बैंकों के 11 लाख करोड़ रुपये दबाए बैठे हैं और सरकार उनसे वापस नहीं ले रही। इस अवसर पर आरसी जग्गा, दिनेश सिवाच, चंदगीराम, जय¨सह पूनियां, कमलेश कैमरी, बिमला चौधरी, देशराज, वेदप्रकाश व रत्न मात्रश्याम आदि उपस्थित थे।
ये की मांगें
-प्रधानमंत्री की ओर से तय की गई 30 दिसंबर की सीमा समाप्त जा चुकी है। इसलिए जनता पर बैंकों से राशि निकलवाने के प्रतिबंध हटाए जाए।
-किसानों के कर्जे माफ किए जाए।
-मनरेगा के दिन व दिहाड़ी बढ़ाई जाए और मनरेगा का बजट दोगुना किया जाए।
-सहकारी को-ऑपरेटिव बैंकों पर पैसे जमा करवाने और निकलवाने की रोक हटाई जाए।
-100 से ज्यादा लोग बैंकों से पैसा निकलवाने के कतारों में खड़े रहते हुए गुजर चुके है। इनको तुंरत समुचित मुआवजा दिया जाए।